दिल्ली. तीन राज्यों में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को नसीहत देते हुए उनके काम को आगे बढ़ाने की बात कही। मंगलवार शाम मीडिया से रूबरू राहुल ने बेबाकी से कहा कि नरेंद्र मोदी ने मुझे सिखाया है कि राजनीति में क्या नहीं करना चाहिए। विपक्ष के नेता के नाते मुझे अफसोस है कि मोदी जी ने देश की धड़कन को नहीं सुनी। उनमें घमंड है और देश की जनता सबसे अच्छी टीचर है। मोदी ये समझने में चूक गए कि फिलहाल देश का सबसे अहम मुद्दा रोजगार और किसान है।
राहुल ने भाजपा के कांग्रेस मुक्त के नारे का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सोच भाजपा की विचारधारा से अलग है उसके खिलाफ लड़ेंगे। जिस तरह आज तीन राज्यों में हराया है 2019 में भी हराएंगे लेकिन हम भारत से किसी को भी मुक्त नहीं करना चाहते हैं हम असहमत हैं लेकिन किसी को मिटाना नहीं चाहते हैं।
राहुल तीनों राज्यों में सरकार बनते ही कर्ज माफ करने की बात कही। राहुल ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के भाजपा मुख्यमंत्रियों के काम की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें हराया है लेकिन उन्होंने राज्यों के लिए जो काम किया है, उसके लिए धन्यवाद देता हूं। हम बदलाव के साथ उनके कामों को आगे ले जाने की कोशिश करेंगे।
राहुल ने कहा देश ने पीएम को तीन मुद्दों रोजगार, भ्रष्टाचार और किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए चुना लेकिन नरेंद्र मोदी खुद भ्रष्ट हैं। उनके भ्रष्टाचार का कारण भी तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत का कारण है। राफेल में भ्रष्टाचार हुआ है और एक दिन सच्चाई जरूर सामने आएगी।
चुनाव नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आने के बाद भी राहुल गांधी ईवीएम को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम वैश्विक समस्या है। ईवीएम में लगने वाली चिप की मदद से मशीन में छेड़छाड़ संभव है और चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है। जबकि बैलेट पेपर से ऐसा संभव नहीं है। इसलिए दुनिया के बड़े देशों अमेरिका आदि में बैलट पेपर का इस्तेमाल होता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने तीन राज्यों में मिली जीत के बाद भी विपक्षी दलों के साथ मजबूत गठबंधन और एकजुटता से चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने सपा-बसपा के गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर कहा कि उनकी विचारधारा हमारी विचारधारा से अलग नहीं है।