दिल्ली. यूं तो कांग्रेस पार्टी का महाधिवेशन कई मायनों में खास था लेकिन इस अधिवेशन की चर्चा सिर्फ दो वजहों से खूब हो रही है. पहला तो सोनिया गांधी का मोदी सरकार पर वार करता हुआ बेहद सधा भाषण औऱ दूसरा राहुल गांधी का वो जेस्चर जिसे राजनीति में कई सालों तक याद किया जाता रहेगा.

यूं तो राहुल की अध्यक्षता में पहली बार कांग्रेस का महाधिवेशन हो रहा था. पार्टी में ओल्ड गार्ड वर्सेज न्यू गार्ड की लड़ाई लंबे अरसे से चली आ रही थी. लोगों को लगता था कि राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही शायद राहुल औऱ सोनिया के रिश्तों पर भी कुछ असर पड़े लेकिन राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि सोनिया गांधी हमेशा उनकी मां के साथ-साथ पथप्रदर्शक रहेंगी.

सोनिया गांधी ने अरसे बाद बेहद जोशीला भाषण देते हुए शांत पड़े कांग्रेसियों में जान फूंक दी. स्पीच बेहद इमोशनल थी औऱ पार्टी की पूर्व अध्यक्षा का बेटा औऱ वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी उस बैठक में मौजूद था. सोनिया ने जैसे ही भाषण खत्म किया राहुल ने बिना एक भी पल की देर किए मां सोनिया गांधी को गले लगा लिया. शायद कुछ सेकेंड का ये सीन राजनीति में लंबे अरसे तक याद किये जाने के लिए फोटोग्राफर्स के कैमरे में कैद हो चुका था.

सोशल मीडिया पर इस फोटो ने धूम मचा दी. हर तरफ मां सोनिया को गले लगाते हुए राहुल का फोटो खूब शेयर किया जा रहा था. राजनीति जैसे निर्मम पेशे में राहुल औऱ सोनिया का राजनीतिक प्रोटोकाल से इतर ये संवेदनशील रिश्ता बहुत कुछ कह गया. राजनीति की नई पीढ़ी के लिए ये किसी सबक सरीखा था और सोशल मीडिया पर सक्रिय युवा यूजर्स के लिए राहुल एक झटके में न्यू एज पालिटीशियन बन चुके थे.

फिलहाल कांग्रेस भले ही कितनी मुश्किलों में हो लेकिन राहुल औऱ सोनिया के बीच मजबूत कड़ी न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी का काम कर रही है बल्कि पार्टी में ये संदेश भी दे रही है कि कांग्रेस में युवा जोश औऱ अनुभवी नेताओं के बीच जुगलबंदी आगे भी जारी रहेगी. फिलहाल, राहुल औऱ सोनिया का जज्बाती रिश्ता लोगों को भा गया है. देखना है कि संवेदनाओं की ये कड़ी पार्टी को कितना फायदा या नुकसान पहुंचाती है.