पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. खाद्य सुरक्षा विभाग के नेतृत्व में गरियाबन्द अनुविभाग प्रशासन की जम्बो टिम ने शहर में घूम-घूम कर दिन भर कार्रवाई की. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी तरुण बिरला ने बताया कि 8 रेस्टोरेंट और ढाबा की जांच की गई. जिसमें गुरनूर ढाबा, शिव होटल, सेवक निषाद भोजनालय व मारवाड़ी भोजनालय में गन्दगी के अलावा अन्य खामीया पाई गई. जिसके लिए इनसे 17 हजार का जुर्माना वसूला गया.

टीम मिठाई तैयार करने वाले संस्थानों से भी मिठाई के नमूने जप्त कर रही है. गुरनूर ढाबे में मछली रोस्ट का भी सेम्पल लिया गया. प्रसाशन के इस कार्रवाई से सम्बंधित संस्थानों में हड़कंप मचा हुआ है. आज की कार्रवाई में तरुण बिरला के अलावा, एसडीएम हितेश पिस्दा, एसडीओपी पुष्पेंद्र नायक, पालिका सीएमओ टामसन रात्रे, तहसीलदार किशोर शर्मा और नायब तहसीलदार प्रवीण पोरते शामिल थे.

जिले भर में कार्रवाई जारी

कलेक्टर प्रभात मलिक के निर्देश ने त्योहारी सीजन में अमानक व मिलावटी खाद्य सामग्री न बिके इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए थे. तरुण बिरला ने बताया कि पिछले 8 दिनों में राजीम छुरा व गरियाबन्द इलाके में संचालित मिठाई दुकानों में बेसन, मैदा व खोवे से बनने वाले सामग्रियों के 75 सेम्पल को चलित प्रयोगशाला से जांच किया गया. सेम्पल फेल होने वाले एक सामग्री को नष्ट कराया गया. मिलावट की आशंका पर छुरा के अमित किराना से बेसन, प्रदीप ट्रेडर्स के घी, मैनपुर बीकानेर से विभिन्न मिठाइयों के सेम्पल जप्त कर रायपुर स्थित खाद्य प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा गया है.

अब तक 8 लाख 47 हजार जुर्माना वसूला गया-खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि समय समय पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. परिणास्वरूप अब तक 61 प्रकरण दर्ज किया गया, जिसमें दोष सिद्ध पाए गए 35 मामलों में 8 लाख 47 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया है.

एक्सपायरी डेट पढ़ने योग्य न दिखे तो सामग्री न खरीदे

खाद्य सुरक्षा अधिकारी तरुण बिरला कार्रवाई के साथ-साथ उपभोक्ताओं को सावधानी बरतने की अपील भी कर रहे हैं. बिरला ने कहा कि खरीदते वक्त बनने की तिथि व एक्सपायरी तिथि जरूर देखें, जिसमें न दिखे उस सामग्री को न खरीदे. पेकिंग सामग्री में बैच नम्बर,एफएसएसएआई कोड जरूर देख लेवे. कृत्रिम रंग से तैयार सामग्री के उपयोग से परहेज करें.