भरत भूषण,सारंगढ़। रायगढ़ जिले के सारंगढ़ पुलिस को पिछले 11 दिनों से चकमा देकर फरार चल रहे उल्खर सोसायटी अध्यक्ष आरोपी राजू निषाद (39 वर्ष) और फंड प्रभारी डमरुधर चंद्रा (47 वर्ष) आखिरकार पुलिस की चंगुल में फंस ही गए. पुलिस ने अध्यक्ष को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से और फंड प्रभारी को जांजगीर से गिरफ्तार किया है. एसपी संतोष कुमार सिंह के निर्देशन पर अन्य सोसायटी में हुए गड़बड़ियों की भी जांच की जा रही है. जिसमें भी साक्ष्य अनुरूप कार्रवाई की जाएगी.

दरअसल सारंगढ़ तहसील के उल्खर और बरदुला उपार्जन केंद्र में प्रबंधक अशोक कुमार चंद्रा, अध्यक्ष राजू निषाद, उपाध्यक्ष भरत लाल साहू ,फड़ प्रभारी उल्खर डमरुधर चंद्रा, फड़ प्रभारी बरदुला शिवकुमार साहू ने धान उपार्जन कार्य में अनियमितता बरतकर बारदाना गबन करने, सुरक्षा व्यव और प्रासंगिक व्यय का दुरुपयोग कर उपार्जित धान का सही रखरखाव न करते हुए 2 करोड़ 99 लाख 72 हजार 776 रुपए का गबन कर लिया. इस संबंध में खाद्य निरीक्षक सारंगढ़ रवि कुमार राज ने सारंगढ़ थाने में प्रस्तुत किये गये आवेदन पर आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 677/2020 धारा 409, 34 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.

इस मामले को रायगढ़ एसपी संतोष कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया और फरार आरोपियों की तलाश के लिए सारंगढ़ पुलिस और सायबर सेल स्टाफ की विशेष टीमें बनाई. एक टीम मुख्यालय में रहकर आरोपियों के लोकेशन ट्रेक करने और अधिकारियों के निर्देश पर फिल्ड पर रेड कर रही टीम को दिया जा रहा था. आरोपी राजू निषाद पिछले 11 दिनों से अपना लोकेशन रायपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, चित्रकुट (उत्तर प्रदेश) में लगातार बदल रहा था. इस दौरान उनसे 37 अलग-अलग सिम कार्ड का उपयोग किया.  आरोपी चित्रकूट के एक होटल में फर्जी आधारकार्ड दिखाकर छिपा था. आधारकार्ड धमेन्द्र मंझवार के नाम पर है और फोटो राजू निषाद की लगी हुई थी. सूचना मिलने पर आरोपी की घेराबंदी कर गिरफ्तारी की गई, जबकि दूसरे आरोपी उल्खर सोसायटी के फंड प्रभारी डमरुधर चंद्रा को जांजगीर से हिरासत में लिया गया.

आरोपी निषाद के खिलाफ फर्जी तरीके से आधारकार्ड का उपयोग करने पर धारा 419, 420, 467, 468, 471,345 IPC जोड़ा गया है. इसके अलावा अन्य फरार आरोपियों की तलाश में सम्भावित स्थानों पर पुलिस पार्टी की रेड जारी है. एसपी संतोष कुमार सिंह के निर्देशन पर अन्य सोसायटी में हुए गड़बड़ियों की भी जांच की जा रही है. जिसमें भी साक्ष्य अनुरूप कार्रवाई की जाएगी. गबन के आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी में एसडीओपी सारंगढ़, सारंगढ़ पुलिस और सायबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.