रायगढ़। जिले के थाना चक्रधरनगर अन्तर्गत हमीरपुर मार्ग पर साढ़े तीन साल पहले मां शाकम्बरी प्लांट के पास महिला एवं बालिका के दोहरे हत्याकांड का खुलासा अब जाकर हुआ है. पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में आरोपी अनूप कुमार साय को गिरफ्तार किया है, वह ओडिसा में तीन बार विधायक रह चुका है. आरोपी विधायक का नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा.
घटनाक्रम के अनुसार 7 मई 2016 को ग्राम संबलपुरी थाना चक्रधरनगर निवासी कमलेश गुप्ता ने थाना में हमीरपुर मार्ग पर मां शाकंम्बरी प्लांट के रास्ते पर एक महिला और एक बालिका का शव पड़े होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें घटनास्थल के आसपास के ग्रामों में पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज, कई मोबाइल टावर के डाटा का एनालिसिस किया गया.
इसके अलावा पूरे जिले के गुम इंसानों को छानबीन करने के बाद भी दोनों शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस की टीमें ओडिसा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भेजी. इसके साथ अन्तर्राज्यीय ईश्तहार जारी किया गया. इस ईश्तहार से मृतिका की पहचान उसके पूर्व पति सुनील श्रीवास्तव ने महिला की पहचान कल्पना दास पिता रूदाक्ष दास और लड़की की पहचान अपनी बेटी बबली श्रीवास्तव के रूप में की.
मृतिका के मोबाइल का काल डिटेल निकालने पर नाम सामने आने पर ओडिसा के पूर्व विधायक संदेही अनूप कुमार साय को नोटिस देकर थाना तलब किया. पूछताछ में संदेही अनूप कुमार साय अपराध से इंकार करता रहा, लेकिन पुलिस द्वारा लिए गए गवाहों के बयान, काॅल डिटेल रिकार्ड एवं अन्य साक्ष्यों पर संदेही कोई जवाब नहीं दे पाया और घटना करना कबूल किया.
ओडिसा के झाससुगुड़ा जिला का रहवासी आरोपी अनूप कुमार साय पिता हरिशचन्द्र साय (59 वर्ष) ने बताया कि सन् 2004-05 में कल्पना दास को पति द्वारा छोड़े जाने के बाद उसके पिता मेरे पास लेकर आए थे. कल्पना एवं मेरे बीच प्रेम संबंध होने से दोनों मिलते रहते थे. सन् 2011 में उसे भुवनेश्वर स्थित पत्नी के नाम बने मकान में रखता था. इस दौरान कल्पना शादी करने और मकान को अपने नाम पर करने तथा पैसा मांग कर ब्लैकमेलिंग कर रही थी.
अनूप कुमार ने बताया कि ब्लैकमेलिंग से तंग आकर कल्पना एवं उसकी लड़की बबली को ठिकाना लगाने के लिये 5 मई 2016 की रात भुनेश्वर से झारसुगुड़ा भेजा और स्वयं निजी वाहन से पीछे-पीछे झाड़सुगुड़ा रवाना हो गया. झारसुगडा के एक होटल में कल्पना एवं बबली को रूकवा दिया था तथा मै घर वापस आ गया. उसी रात उसका ड्रायवर बर्मन टोप्पो बोलेरो लेकर आया, जिसमें हम चारों बैठकर बृृजराजनगर होते हुये रायगढ़ की ओर आगे बढ़े. रायगढ़ में शादी में करेंगे इसका झांसा देकर ले आया.
रायगढ़ में होटल नहीं मिलने पर हमीरपुर क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के यहां रुकवाने की बात कहते हुए आरोपी ने मां-बेटी को हमीरपुर मार्ग पर मां शाकम्बरी प्लांट जाने के रास्ते पर उतार कर लोहे के राड से दोनों के सिर में वार कर हत्या कर दी. लाश को कच्ची सड़क पर फेंककर हत्या का सबूत छिपाने ड्राइवर बर्मन टोप्पो ने गाड़ी लाश के ऊपर कई बार चढ़ाकर वहीं छोड़कर वापस ओडिसा वापस लौट गए. आरोपी के कबूलनामें के बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर अग्रिम कार्रवाई कर रही है.
इस कार्रवाई में एएसपी अभिषेक वर्मा व सीएसपी अविनाश सिंह ठाकुर के निर्देशन पर निरीक्षक विवेक पाटले, रूपक शर्मा, एसएन सिंह, गौरी शंकर दुबे, सउनि शशिदेव भोई, डीपी भारद्वाज, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, प्रधान आरक्षक श्यामलाल महंत, थाना चक्रधरनगर आरक्षक जगमोहन ओग्रे, रितेश दिवान, दिनेश गोंड, अखिलेश कुशवाहा, भवानी धांगर, महेश पंडा, सुरेन्द्र पोर्ते, बृजलाल गुर्जर, महिला आरक्षक रीना बुलबुल का योगदान रहा है.
आईजी बिलासपुर दीपांशु काबरा ने रायगढ़ पुलिस को इस बड़ी महत्वपूर्ण केस का खुलासा करने में सफलता के लिए एसपी रायगढ़ संतोष सिंह को प्रशंसा पत्र व जांच में लगी पूरी टीम को बीस हज़ार रुपये के नगद इनाम की घोषणा की हैं.