रायगढ़. छत्तीसगढ़ प्रदेश का रायगढ़ जिला राजनीति ही नहीं बल्कि औद्योगिक क्रांति में भी अपनी अलग पहचान रखता है. सामाजिक और आर्थिक विकास की दृष्टि से जिले में मौजूद विभिन्न इस्पात और ताप विद्युत गृहों ने अपने विकासखंडों की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. जिसमें पुसौर विकासखंड भी अछूता नहीं है. पुसौर प्रखण्ड में अदाणी पावर लिमिटेड की स्थापना से लेकर अब तक जहां आसपास के गावों से रोजगार के लिए पलायन घटा है तो वहीं इससे उत्पन्न हुई स्वरोजगार और रोजगार से हजारों लोग आत्मनिर्भर भी हुए हैं.
जिले में औद्योगिक विकास के लिए अदाणी पॉवर लिमिटेड, छोटे भंडार में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 800 मेगावाट की दो इकाईयों की आधुनिक ताप विद्युत संयत्र के विस्तारण के तहत एक आधुनिक स्तर का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जो कि प्रदूषण नियंत्रण उपकरण इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिसेपिटेटर (ईइसपी) द्वारा संयंत्र में बिजली उत्पादन के दौरान उत्पन्न होने वाली गैसों और फ्लाई ऐश को फिल्टर करता है. फिल्टर की हुई धुएं को 275 मीटर ऊंची चिमनी से इतनी ही ऊंचाई पर खुले आसमान में छोड़ा जाता है. इससे आसपास के वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाए रखा जा सकता है. इसके साथ ही सर्वोत्तम पर्यावरण उत्कृष्ट इकाई, और फ्लाई ऐश उपयोग में उत्कृष्टता के अलावा यह प्लांट सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त प्लांट है, जिसे राष्ट्रीय एजेंसी भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है.
क्षेत्र में हवा को शुद्ध बनाए रखने व इसके एक अनुकरणीय पहल और कार्यों के लिए अभी हाल ही में अदाणी पॉवर लिमिटेड, बड़े भंडार को पर्यावरण संरक्षण में किये गए पर्यावरण उत्कृष्टता परिषद (सीईई) द्वारा तीसरे राष्ट्रीय विद्युत जनपर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 में दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया हैं. अदाणी पॉवर लिमिटेड, रायगढ़ को यह सम्मान, निजी क्षेत्र में 500 मेगावाट से ऊपर के कोयले की स्वतंत्र विद्युत संयंत्र (आईपीपी) श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण उत्कृष्टता हासिल के लिए मिला है.
इसी तरह जलवायु परिवर्तन की समस्या को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण पर इस वर्ष कंपनी ने 2 लाख से अधिक पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है. जल संरक्षण और संवर्धन को प्रोत्साहित करने हेतु तालाब गहरीकरण का कार्य भी किया गया है. यही नहीं पुसौर का यह पॉवर प्लांट वर्तमान में ISO प्रमाणित सयंत्र है जिसे सयंत्र के गुणवत्ता प्रबंधन में 9001-2015, पर्यावरणीय प्रबंधन में 14001-2015, 45001-2018, 50001-2018, 5500-2014, 46001- 2019, 27001- 2013 इत्यादि के कुल सात प्रमाण पत्र प्राप्त हैं.
अब बात क्षेत्र में समावेशी विकास के पहल की करें तो अदाणी समूह की अदाणी फाउंडेशन द्वारा रायगढ़ जिले के पुसौर प्रखण्ड में गुणवत्तायुक्त शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका संवर्धन और अधोसंरचना विकास के कई कार्यक्रम ग्रामीण ढांचागत विकास में किए गए प्रयास ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने, टिकाऊ प्रथा को बढ़ावा देने और पूरे अंचल में समावेशी विकास की एक प्रभावी पहल की है. सामुदायिक विकास के लिए सामुदायिक भवन, खेल मैदान, सीसी रोड, सामुदायिक शेड का निर्माण के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के लिए भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए मोबाइल मेडीकल इकाई से गांव गांव में निःशुल्क ईलाज और दवाइयां दी जाती है. गत वर्ष में कुल 671 स्वास्थ्य कैम्प आयोजित किये गये, जिसमें कुल 21235 लोगों को लाभ मिला है.
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने कई उल्लेखनीय कार्य जैसे आस-पास के स्कूलों में उत्थान प्रोजेक्ट के माध्यम से बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए शिक्षण सामग्री, स्मार्ट कक्षाओं के लिए ई लर्निंग मॉड्यूल, जवाहर नवोदय विद्यालय परीक्षा की तैयारी का आयोजन किया गया है. इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक और संरचनात्मक ढांचागत स्थिरता को बढ़ाने में मदद तो मिल ही रही है. अदाणी समूह के इस संयंत्र के विस्तारण से समुदाय विकास के सभी कार्यक्रमों में भी विस्तार होंगे जिससे स्थानीयों के जीवन में गुणात्मक सुधार के साथ ही हजारों रोजगार और स्वरोजगार की संभावनाएं भी सुनिश्चित होंगी.
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