सत्यपाल राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन आह्वान किया है. महासंघ ने प्रदेश के किसानों को तीनों कृषि कानून को रद्द करने रेल रोको आंदोलन करने की जानकारी दी है. कहा कि दो माह से ज्यादा दिन आंदोलन के हो गए. इसके बाद भी किसानों की मांग पूरी नहीं हुई है. कुछ दिन पहले ही किसानों ने राष्ट्रीय स्तरीय चक्काजाम किया था.
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ संयोजक किसान पासरनाथ साहू ने बताया कि हमर फसल हमर दाम, जय जवान जय किसान, हर हर किसान घर-घर किसान जैसे उद्घोष के साथ तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आवाज बुलंद कर समर्थन ले रहे हैं. राष्ट्रव्यापी चक्काजाम के बाद अब किसान राष्ट्रस्तरीय रेल रोका आंदोलन का अह्ववान के बाद देश के साथ छत्तीसगढ़ में किसान, मजदूर, आम जनता को भी जोड़ा जा रहा है, लोग किसानों के अहवान पर समर्थन भी दे रहे हैं.
पारसनाथ साहू ने कहा कि रेल रोको आंदोलन में आरंग चलो, हमारे किसान मजदूर भाइयों से आग्रह है कि 18 फरवरी को आरंग रेलवे स्टेशन में रेल रोको आंदोलन छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के नेतृत्व में होने जा रहा है, सभी किसान भाई तीन कृषि कानून के विरोध में एकजुट होकर हम सभी किसान आरंग में रेल रोको आंदोलन तय किए हैं, जो राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन है. आप सभी किसान मजदूर इस आंदोलन का हिस्सा बने और तीन कृषि कानून जो किसान विरोधी है और हमें न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दे सके ऐसा कानून भारत के सभी किसानों को मिले.
छत्तीसगढ़ में आंदोलन के संयोजक
पारसनाथ साहू, द्वारिका साहू, रूपम चंद्राकर, गजेंद्र कोसले, श्रवण चंद्राकर, गोविंद चंद्राकर, डॉ संकेत ठाकुर