सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ को रेलवे बजट में 6925 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है. प्रदेश में 1105 किमी का रेलवे ट्रैक कवच से कवर होगा. इस बजट से प्रदेश में 41000 करोड़ का निवेश आएगा. यही नहीं प्रदेश में 100 फ़ीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है. यह बात रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बजट की जानकारी देते हुए कही.
बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को अपना लगातार आठवां बजट पेश किया. इस बजट के साथ आए रेल बजट का खुलासा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने करते हुए बताया कि भारतीय रेलवे के लिए बजटीय आवंटन में कोई बदलाव नहीं करते हुए पिछले साल की तरह 2.52 लाख करोड़ रुपये रखा गया है.
रेल बजट 2025-26 के मुख्य बिन्दु
पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन
2025-26 के लिए कुल पूंजीगत व्यय लक्ष्य 2,62,000 करोड़ रुपये है जो इस प्रकार है:
बजटीय आवंटन – 2,52,000 करोड़ रुपये (पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 के समान)
गैर बजटीय स्रोत- 10,000 करोड़ रुपये,
निर्भया फंड- 200 करोड़ रुपये
रेलवे के आंतरिक संसाधनों से- 3,000 करोड़ रुपये.
पूंजीगत व्यय का मतलब है कि रेलवे, सुरक्षा सुनिश्चित करने पर निरंतर ध्यान देने के साथ रेल ट्रैक विस्तार, रोलिंग स्टॉक(रेल के कोच) खरीद, विद्युतीकरण, सिग्नलिंग सुधार और स्टेशन आधुनिकीकरण जैसी आवश्यक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में पैसा निवेश करेगा.
रेलवे वित्तीय प्रदर्शन
2025-26 में भारतीय रेलवे के लिए परिचालन अनुपात का लक्ष्य 98.43 प्रतिशत है, जबकि 2024-25 वित्तीय वर्ष के दौरान यह अनुपात 98.90 प्रतिशत था. इसका मतलब है कि रेलवे 100 रुपये कमाने के लिए 98.43 रुपये खर्च करता है.
राजस्व सृजन लक्ष्य
2025-26 में रेलवे के कुल राजस्व सृजन का लक्ष्य- 3,02,000 करोड़ रुपये है, जबकि 2025-25 में संशोधित अनुमान के अनुसार कुल राजस्व 2,79,000 करोड़ रुपये था.
भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार, एक वर्ष में राजस्व सृजन 3 लाख करोड़ को पार करने की उम्मीद है.
2025-26 में माल परिवहन से राजस्व सृजन का लक्ष्य 1,88,000 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4% अधिक है.
2024-25 में यात्री खंड से राजस्व सृजन का लक्ष्य 92,800 करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के मुक़ाबले 16% की वृद्धि दर्शाता है. 2024-25 में यह 82,000 करोड़ था.
रेलवे को ट्रेनों की संख्या में वृद्धि और अधिक मात्रा में रेल यात्रियों द्वारा सफर करने के कारण, यात्री राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है.
1.6 बिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य
भारतीय रेलवे ने 31 मार्च 2026 तक 1.6 बिलियन टन माल ढुलाई का लक्ष्य रखा है. अगर भारतीय रेलवे इस लक्ष्य को हासिल कर लेता है तो वह चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल ढोने वाला रेलवे बन जाएगा.
31 मार्च 2026 तक 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य
भारतीय रेलवे ने 31 मार्च 2026 तक रेल मार्गों के 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है.
यात्री सुविधा में सुधार के लिए अधिक ट्रेनों पर ध्यान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारतीय रेलवे अगले दो से तीन वर्षों में 200 नई वंदे भारत ट्रेनें, 17,500 सामान्य गैर-एसी कोच, 100 अमृत भारत ट्रेनें, 50 नमो भारत रैपिड रेल शुरू करेगा. 17,500 सामान्य कोचों में से 1400 कोच 2025-26 में और 2,000 कोच 2026-27 में शामिल किए जाएंगे.
रेलवे सुरक्षा
कुल आवंटन में से 1.14 लाख करोड़ रुपये रेलवे सुरक्षा में सुधार के लिए आवंटित किए गए हैं.
2024-25 में भारतीय रेलवे की सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 1.08 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे.