अजय शास्त्री, बेगूसराय। भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। आज शुक्रवार (23 मई) को वह पटना से जमालपुर जाएंगे। इस बीच केंद्रीय रेल मंत्री बेगूसराय में भी रुकेंगे। शुक्रवार को करीब 10 बजे उनके बेगूसराय में रुकने का समय है। इसको लेकर युद्धस्तर पर बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर तैयारी की जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल या उठ रहा है कि क्या बेगूसराय रेलवे स्टेशन को रेल मंत्री के आने से इसकी सूरत और सीरत पर कोई फर्क पड़ेगा या नहीं?
विकास के लिए कराह रहा बेगूसराय रेलवे स्टेशन
पूर्व मध्य रेल यात्री संघ के महासचिव राजीव कुमार ने बताया कि, बेगूसराय रेलवे स्टेशन करीब एक दशक से विकास के लिए कराह रहा है। ऐसे में वर्तमान समय में बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर कई मूलभूत कार्यों की सख्त जरूरत है। 4 साल से बेगूसराय वेटिंग इन वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनकर रह गया है। इतना ही नहीं 2 साल पहले अमृत भारत स्टेशन योजना में भी बेगूसराय स्टेशन को रेलवे विभाग के द्वारा डाल दिया गया। पर अभी तक एक ईंट का भी काम शुरू नहीं हो सका है।
संसदीय क्षेत्र होने का भी नहीं मिला लाभ
वहीं, लोहिया नगर रेलवे गुमटी के समीप करीब 5 करोड़ की लागत से बनने वाले लाइट आर ओ बी का टेंडर होने के बाद 2 साल से काम नहीं शुरू हो पाया है। बेगूसराय रेलवे स्टेशन से करीब एक दर्जन ऐसी महत्वपूर्ण ट्रेन गुजरती है, जिसका यहां पर ठहराव नहीं है। बेगूसराय को मुंगेर श्री कृष्णा सेतु के रूट से हावड़ा की सीधी कनेक्टिविटी दिए जाने का प्रपोजल भी कई सालों से रेलवे मुख्यालय में ठंडा बस्ते में पड़ा हुआ है।
दैनिक रेल यात्री संघ से जुड़े हुए अन्य कार्यकर्ताओं का कहना है कि, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद बेगूसराय रेलवे स्टेशन को इसका कोई भी लाभ नहीं मिल पाया है। ऐसे में अब रेल मंत्री के कार्यक्रम से यह उम्मीद जगी है कि बेगूसराय जिले वासियों की समस्या से रेल मंत्री रूबरू होंगे।
गिरिराज सिंह का निर्देश भी नहीं मानते हैं अधिकारी
बता दें कि बेगूसराय रेलवे स्टेशन के उत्तरी भाग पर स्थित रैक पॉइंट कई साल पहले तिलरथ जा चुका है। बावजूद उत्तरी भाग का कोई भी विकास नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर लगे यात्री शेड जहां एक और मुकम्मल लंबाई चौड़ाई के नहीं है तो दूसरी ओर यह टूट-फूट कर अब जीर्ण शीर्ण हो चुके हैं। बावजूद 2 साल से डीआरएम स्तर के अधिकारियों के नजर में होने के बावजूद इसका कोई भी कायाकल्प नहीं हो पाया है। वहीं नवंबर 2024 में रेलवे द्वारा लोहिया नगर के तरफ से बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर एंट्री के लिए खुला जगह को सुरक्षा के नाम पर घेर दिया गया। इससे बेगूसराय रेलवे स्टेशन आने वाले उत्तरी बेगूसराय के अधिकांश रेल यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मीडिया में खबर आने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के एक प्रतिनिधि ने दावा किया कि, उन्होंने डीआरएम से इस मुद्दे पर बात किया है। डीआरएम सोनपुर का भी कहना था कि जल्द ही प्रपोजल बनाकर उत्तरी भाग से एंट्रेंस और एग्जिट की बात की जा रही है। इसके करीब 6 महीने बीतने को है, अभी तक ना इसका कोई भी एस्टीमेट बना है और ना ही अभी तक इसका टेंडर हो पाया है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह भी पैदा होता है कि क्या केंद्रीय मंत्री के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश को भी मंडल स्तर के रेल अधिकारी पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
रेल मंत्री के सामने इन महत्वपूर्ण मांगों को रखा जाएगा
- 62317/18 दानापुर बरौनी मेमू का विस्तार बेगूसराय की जाय ।
- सहरसा-बेगूसराय-हावड़ा सुपरफास्ट नई ट्रेन भाया (हथीदह-क्यूल-जसीडीह) रूट से दी जाय।
- बेगूसराय स्टेशन पर निम्न ट्रेनों का ठहराव दी जाय।
(क) 12423/24 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस।
(ख) 22449/50 पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ।
(ग) 15635/36 गुवाहाटी-ओखा द्वारकाधाम एक्सप्रेस।
(घ) 15631/32/33/34 गुवाहाटी-बीकानेर / बाड़मेर एक्सप्रेस ।
12149/50 दानापुर-पुणे सुपरफास्ट व 22351/52 पाटलीपुत्र-बेंगलुरू साप्ताि ट्रेन का विस्तार सहरसा की जाय।
05762/61 कटिहार-राँची स्पेशल स्थायी की जाय।
बेगूसराय के उत्तर प्लेटफार्म नं0-04 एवं 05 बनाई जाए, लूप लाईन, स्टेबलिंग लाईन एवं वाशिग पीट लाईन बनाई जाय।
बेगूसराय स्टेशन के उत्तर बुकिंग ऑफिस एवं भव्य गेट बनाई जाय।
सहरसा-सियालदाह वंदे भारत (भाया बेगूसराय) जल्द चलाई जाय।
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