Railway News: प्रतीक चौहान. रायपुर. 20 जून को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के जीएम रायपुर रेल मंडल के दौरे पर पहुंच रहे है. उनके आने से पहले रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन को विशेष साफ-सफाई शुरू कर दी गई है. लेकिन रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन में यात्रियों को बेचे जानी वाली पूड़ी-सब्जी, समोसे और प्याजी बड़े कहा बनते है ये खुद रेलवे अधिकारियों को भी नहीं पता है.

 रायपुर रेल मंडल के दुर्ग और रायपुर रेलवे स्टेशन में यात्रियों को बेचे जानी वाली पूड़ी सब्जी किस किचन में बनती है ? वहां कैसी साफ-सफाई है ? उसे बनाने के लिए कौन सा पानी इस्तेमाल किया जाता है ? ये न तो रेल अधिकारियों को पता है और ठेका कंपनी को.

क्योंकि रेलवे ने जिस कंपनी को रायपुर और दुर्ग रेलवे स्टेशन में पूड़ी-सब्जी बेचने का ठेका दिया है उसने कमिशन में वेंडरों को इसे दे दिया है. अब वेंडर अपने हिसाब से इसे संचालित करते है और जहां अपनी मर्जी होते है इसे बनाते है और बेचते है.

DRM ने कहा- मुझे बेस किचन का Video चाहिए

पिछले दिनों रायपुर रेलवे स्टेशन में निरीक्षण करने DRM पहुंचे थे. वहां उन्होंने कमर्शियल विभाग के अधिकारियों से पूछा कि पूड़ी-सब्जी कहा बनती है इसका बेस किचन कहा है ? तो अधिकारियों ने उन्हें गोल-मोल जवाब दे दिया.

क्योंकि ये अधिकारियों को भी नहीं पता है कि पूड़ी-सब्जी कहा बनती है और इसका बेस किचन कहा है. इसके बाद डीआरएम ने उन्हें बेस किचन की वीडियो लाने के निर्देश दिए. ऐसे में अब सवाल ये है कि

क्या रायपुर रेल मंडल के दौरे पर आने वाले रेलवे जीएम, डीआरएम से ये पूछेंगे कि यात्रियों को बेचे जाने वाली पूड़ी-सब्जी किस बेस किचन में तैयार होती है ?  और क्या कभी रेलवे अधिकारियों ने इसे चेक किया है ?