Budget 2025 Updates: आज यानी 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2025 पेश करेंगी. बजट के चलते आज यानी शनिवार को भारतीय शेयर बाजार खुला रहेगा. जिसके चलते आज कई शेयरों में बड़ी हलचल देखने को मिलेगी, इनमें से कुछ शेयर रेलवे सेक्टर के भी रहने वाले हैं. दरअसल दलाल स्ट्रीट के निवेशकों को उम्मीद है कि आज के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पूंजीगत व्यय पर अपना आवंटन बढ़ा सकती हैं, जिसका असर सरकारी रेलवे कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ सकता है. Budget 2025 Updates

खासकर प्रमुख शेयरों इरकॉन इंटरनेशनल (Ircon International), आरवीएनएल (RVNL), आईआरएफसी (IRFC), आईआरसीटीसी (IRCTC) और बीईएमएल (BEML) पर, इसके अलावा राइट्स (RITES), सीमेंस (Siemens), एबीबी इंडिया (ABB India), केईसी इंटरनेशनल (KEC International) और अंबर एंटरप्राइजेज (Amber Enterprises) कंपनियों के शेयरों में आज हलचल देखने को मिल सकती है.

रेलवे सुरक्षा पर जोर’कवच’ सिक्योरिटी सिस्टम भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक सेफ्टी सिस्टम है. उम्मीद है कि इस बार के बजट में सरकार की तरफ से रेलवे सेफ्टी पर कुछ खास पैकेज दिए जा सकते हैं. रेलवे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निवेशकों की नजर केर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स (Kernex Microsystems) और एचबीएल पावर (HBL Power) पर रहेगी.

अलेरा ब्रोकरेज ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए इसने कवच का बाजार आकार करीब 45,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है.

‘कवच’ के लिए बन रहे अवसर को ध्यान में रखते हुए ब्रोकरेज अलेरा ने एचबीएल इंजीनियरिंग (HBL Engineering), केर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स (Kernex Microsystems), टीटागढ़ रेल सिस्टम्स (Titagarh Rail Systems), जुपिटर वैगन्स (Jupiter Wagons), टेक्समैको रेल (Texmaco Rail), आरवीएनएल (RVNL), इरकॉन (Ircon), कल्पतरु प्रोजेक्ट्स (Kalpataru Projects), केनिस टेक्नोलॉजी (Kennys Technology), सैरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी (Syrma SGS Technology), बीएचईएल (BHEL), कॉनकॉर्ड कंट्रोल सिस्टम्स (Concord Control Systems) और क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक (Quadrant Future Tech) जैसे शेयरों पर नजर रखने का सुझाव दिया है.

नुवामा ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले साल हाईवे सेक्टर के लिए 2.5 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था जबकि रेलवे के लिए भी 2.5 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. यह दोनों क्षेत्रों के लिए ऐतिहासिक रूप से सबसे अधिक रहा है.

उम्मीद है कि इस वर्ष सरकार द्वारा रेलवे के लिए आवंटन में और वृद्धि की जा सकती है, जिससे पर्यावरण और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को अधिक लाभ होगा.