राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पहली बार भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली स्वदेशी इंजन WAG 12 को भानुप्रतापपुर में लांच किया. इस इंजन की बदौलत रेलवे कम समय में भिलाई स्टील प्लांट को ज्यादा लौह अयस्क की आपूर्ति कर पाएगा. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के प्रभारी डीजीपी की नियुक्ति: IPS अरुण देव गौतम संभालेंगे जिम्मेदारी

रेलवे के विद्युतीकरण के शताब्दी वर्ष पर इस इंजन को भानुप्रतापपुर-अंतागढ़ रेल खंड पर पहली बार चलाया गया. इस अवसर पर मौजूद रायपुर रेल मण्डल के ADRM बजरंग अग्रवाल ने बताया कि यह WAG 12 इंजन पूरी तरह से स्वदेशी है. यह दुनिया का सबसे ताकतवर थ्री फेस से चलने वाला ट्विन सेक्शन इंजन है. इस इंजन की क्षमता 6000 मीट्रिक टन भार खींचने की है.

कम समय में होगी लौह अयस्क की आपूर्ति

बता दें कि इस इंजन का इस्तेमाल रावघाट से भिलाई स्टील प्लांट तक ले जाए जाने वाले लोह अयस्क की ढुलाई में होगा. एक खेप में होने वाली ज्यादा ढुलाई से समय और ऊर्जा की बजट के साथ-साथ भिलाई स्टील प्लांट को कम समय में अधिक लौह अयस्क मिलेगा.