रायपुर। नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में कार्यरत 2 कर्मचारियों की हो चुकी है. कर्मचारियों की मौत के बाद मंत्रालय कर्मचारी संघ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार को तुरंत मंत्रालय में कामकाज बंद करना चाहिए. संघ के कीर्तिवर्धन उपाध्याय ने lalluram.com से बातचीत में कहा कि सभी बड़े अधिकारी अपने-अपने घरों से काम कर रहे हैं और कर्मचारी लगातार मंत्रालय में संक्रमित हो रहे हैं.

छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने प्रदेश के शासकीय शालाओं, निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों की तरह तत्काल मंत्रालय, संचालनालय, विभागाध्यक्ष कार्यालय सहित जिलों के समस्त शासकीय कार्यालयों को आम जनता के लिए तत्काल बंद करने और केवल कोविड-19 से संबंधित ही कार्य संपादित कराने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बधेल से करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों को चालू करने के अव्यवहारिक निर्णय पर पुर्नविचार करने की मांग की है.

कोरोना योद्वाओं को कोराना भत्ता और बीमा का लाभ प्रदान किया जाना चाहिए. मंत्रालय के एक वरिष्ठ कर्मचारी नेता भी व्यवस्था का विरोध करते-करते स्वयं व परिजन संक्रमण के शिकार हो गए है. छत्तीसगढ़ सरकार के शासकीय सेवक व आम नागरिक जिनकी कोरोना से मृत्यु हुई है, उसे मुआवजा स्वरूप पृथक से कोरोना मुआवजा के रूप राशि शासन द्वारा प्रदान किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. प्रदेश का लोक निर्माण विभाग धतराष्ट्र बनकर तमाशा देख रहा है.

कर्मचारी संघ का आरोप है कि कोरोना संक्रमितों, परिजनों, उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों से भी दुर्ग नाका, राजनादगांव नाका में आने-जाने के नाम पर 200-300 रूपए नाके के गद्दीदार लूट रहे है. आम जनता कोरोना की गंभीरता को न समझते हुए, सुरक्षा उपायों में लापरवाही कर शासकीय कार्यालयों में बेवजह प्रवेश कर रहे है. राजधानी स्थित अनेक कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, कर्मचारी नेता, आम जनता संक्रमित होते जा रहे है. चिकित्सालयों में बेड़ खाली नहीं है. ऐसी भयावह स्थिति में महामारी पहुंच गई है.