रायपुर. रायपुर नगर निगम क्षेत्र को भारत सरकार की टीम ने जांच के बाद खुले में शौच से मुक्त घोषित करते हुए ओडीएफ डबल प्लस का दोबारा सर्टिफिकेट दिया है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में डबल प्लस का सर्टिफिकेट दोबारा मिलने की वजह से रायपुर शहर की साफ-सफाई की रैकिंग में भी सुधार आने की उम्मीद है.

निगमायुक्त शिव अनंत तायल ने बताया कि भारत सरकार की केन्द्रीय नगरीय निकाय विभाग द्वारा शहर में खुले में शौच की जांच के लिए करीब 20 दिन पहले एक टीम भेजी गई थी. इस टीम द्वारा 3 दिन तक रायपुर में रहकर अलग-अलग मानकों पर जांच की गई. 45 से अधिक तालाब, खुले मैदान तथा अन्य जगहों पर भी उनके द्वारा निरीक्षण किया गया. खुले में शौच मुक्त करने के लिए पूर्व में जो शौचालय बनाये गये थे, वे उपयोग करने के लायक है कि नहीं तथा वहां किस प्रकार की सुविधाएं मिल रही है, इसकी भी उनके द्वारा जांच की गई. शहर में 10 प्रतिशत सार्वजनिक शौचालयों को आदर्श टायलेट बनाया गया है.

उन टायलेटों में दिव्यांगों एवं बच्चों के लिए अलग से टायलेट बनाये गए है. महिलाओं के लिये वेंडिंग मशीन तथा उपयोग के बाद जलाने के लिए इन्फरनेटर मशीन उन सभी आदर्श टायलेटों में लगाये गए है, इनकी भी टीम द्वारा जांच की गई. रायपुर नगर निगम द्वारा पूर्व में घरों में बनाये गये निजी शौचालयों की जानकारी केन्द्रीय टीम को दी गई थी. अभी आयी टीम ने उनकी भी जांच की. इससे पहले पूर्व में आने वाली टीम निगम के अधिकारियों से संपर्क करती थी. वे अपने साथ निगम द्वारा पूर्व में उपलब्ध कराये जानकारियों को रखते थे.

इसी आधार पर वे जांच करते थे. किंतु इस बार उन्होने निगम के अधिकारियों से संपर्क भी नहीं किया और खुद ही जांच करते रहे. रायपुर शहर को पूर्व में ही खुले में शौच मुक्त घोषित करते हुए ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट दिया गया था. इस बार जांच के बाद शहर को दोबारा ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट मिला है.