सत्यपाल सिंह,रायपुर। शिक्षा विभाग निजी स्कूलों के सामने नतमस्तक है. जिस कारण पालक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान है. हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है. शिक्षा विभाग ने कार्रवाई आदेश जारी कर दिया है, लेकिन उसको अंजाम देने में विभागीय अधिकारियों का हाथ पैर फूलने लगे हैं.

शिक्षा विभाग के द्वारा जारी आदेश ने शिक्षा विभाग को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. विभाग ने 240 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता तो खत्म कर दी है. इसके बाद कार्रवाई करने के 15 दिन बाद उन्हीं स्कूलों के द्वारा निर्धारित स्कूल फीस समिति को पास करते हुए लिस्ट जारी किया है. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि मान्यता खत्म स्कूलों के विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग के द्वारा दूसरे स्कूलों में भर्ती कराना था, लेकिन अभी तक प्रवेश नहीं दिया गया है. जिन स्कूलों की मान्यता खत्म है, उनको फीस निर्धारण समिति की क्या जरूरत ? मान्यता खत्म के आदेश निकालने के बाद विभाग मौन है ?

इस संबंध में शिक्षा अधिकारी ए.एन. बंजारा का कहना है कि मान्यता खत्म करने की कार्रवाई हुई. कार्रवाई के बाद तीन दिन का समय दिया गया था. इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. हाल ही में मैने पद संभाला है, आगे क्या कार्रवाई हुई जानकारी लेने के बाद ही अवगत कराया जा सकता है.

प्राइवेट स्कूल के मैनेजमेंट के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि कार्रवाई को लेकर भ्रंम की स्थिति है. कार्रवाई गतल तरीके से नियम कानून को साइड रखकर किया गया है. वर्तमान समय में स्कूल प्रबंधनों का हालात खराब हो गया है. पालकों को समझाने में बड़ी कठनाई हो रही है. विभाग को एक-एक आदेश निकालकर साफ करना चाहिए कि स्कूलों की क्या स्थिति है ?