रायपुर। राजधानी रायपुर में पिछले तीन महीने में 600 से ज़्यादा आगजनी की घटनाएं हो चुकी है. ये कोई और नहीं बल्कि डीजी गिरधारी नायक ने अपनी तैयार रिपोर्ट में कही है.

हाल ही में हुई रवि भवन कि घटना के बाद अब राजधानी में लगातार बड़ी आगजनी की घटनाओं को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ने लगा है. सुरक्षा को लेकर सरकार और निगम दोनों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे है. निगम लगातार ऐसी घटनाओं से पल्ला झाड़ता दिख रहा है. इसलिए अब कमान खुद डीजी होमगार्ड ने अपने हाथ में ले ली है. वे लगातार फायर कंट्रोल को लेकर बैठकें कर रहे हैं.

 

आगजनी के मामले 600 के पार-

  • मार्च में 150 आगजनी
  • अप्रेल में 260 आगजनी
  • मई में 200 आगजनी की घटनाएं हुई हैं. जबकि साल 2015 में यह आंकड़ा केवल 50 के आस पास रहा है.

डीजी गिरधारी नायक ने राजधानी में बढ़ती आगजनी की घटनाओं के लिए व्यवसाइयों और लोगों को भी जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए वे खुद ही जिम्मेदार है. नायक ने अपील की है कि खुद को होने वाले नुकसान से बचने घरों ओर दफ्तरों की बिजली के पुराने कनेक्शन को समय समय पर बदलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में फायर ऑडिट की शुरुआत की जाएगी.इसके लिए उनके पास 2 एक्सपर्ट्स भी मौजूद हैं. इसके बाद सरकारी भवनों में भी ऑडिट किया जाएगा. वही नियमों में भी आवयशयक बदलाव कर फायर एक्ट का खाका तैयार किया जा चुका है. जिसे सरकार जल्द ही पास कर लागू करने की तैयारी में है.