लोकेश साहू,धमतरी। सीएम हाउस के सामने आत्मदाह करने वाले धमतरी निवासी हरदेव सिन्हा की इलाज के दौरान मौत हो गई है. हरदेव सिन्हा 23 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझ रहा था और आखिर जिंदगी की जंग हार गया. मंगलवार रात करीब 12 बजे राजधानी रायपुर के कालड़ा अस्पताल में उसने अंतिम सांस ली.

धमतरी के समीपस्थ ग्राम तेलीनसत्ती में रहने वाले 27 वर्षीय युवक हरदेव सिन्हा ने 29 जून को रायपुर में सीएम हाउस के पास खुद के उपर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया था. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों द्वारा आग बुझाकर आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया. घटना के चंद घंटे बाद ही शासन प्रशासन ने बयान जारी कर कहा था कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हरदेव ने आत्मघाती कदम उठाया, जबकि घर परिवार और गांव वालों ने गरीबी, बेरोजगारी और लाचारी को इसका कारण बताया था.

मेकाहारा अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद हरदेव का शव गृहग्राम तेलीनसत्ती लाया गया. इस दौरान रायपुर और धमतरी के आला अधिकारी और पुलिस बल बड़ी संख्या में मौजूद थे. आज सुबह गांव में उसका अंतिम संस्कार किया गया. हरदेव की मौत के बाद पूरा परिवार टूट चुका है. पत्नी बसंती और दो मासूम बेटी संजना और हसीना बेसहारा हो गए हैं.

जेसीसी-जे अध्यक्ष अमित जोगी ने ‪हरदेव सिन्हा के निधन पर श्रद्धांजलि दी है और सरकार पर कई सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही हरदेव सिन्हा की दो छोटी बेटियों को हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया है.

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