सुप्रिया पांडेय.रायपुर, महापौर ऐजाज ढेबर ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने इंदौर यात्रा के बारे में जानकारी दी. उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं के बारे में बताया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि हमे रायपुर में सुखा और गिला कचरे के बारे में ही जानकारी थी. लेकिन इंदौर में 6 तरह के कचरों का कलेक्शन किया जाता है. वहां एनजीओ की मदद से कचरे का निष्पादन किया जाता है. इंदौर में कचरे की सफाई के लिए एक बड़ा सिस्टम बना हुआ है. हर तरह के कचरे का वहां शत प्रतिशत कचरों का निष्पादन किया जा रहा है.

मेयर ने बताया कि आवारा पशु वहां सड़को पर बिल्कुल भी नजर नहीं आते. जिनकी भी दूध की डेयरी है शहर के बाहर है. वहां तीन प्रकार के यूजर चार्ज लिए जाते हैं. वहां फ्लैक्स लगाने के लिए नगर निगम की परमिशन जरूरी है. पुलिस से ज्यादा सक्रिय वहां नगर निगम है. उसी तरह इन व्यवस्थाओं में हमें रायपुर को भी नंबर वन पर लाना है. हमें भी केंद्र से मदद मिलेगी तो शहर को इससे काफी बेहतर स्थिति में लेकर जाएंगे. हमारे पास संसाधनों की कमी है. हमारी दौड़ आज भी नंबर वन के लिए है.

कानपुर के मेयर के साथ बैठक

ढेबर ने बताया कि आने वाले समय में रायपुर में स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. सभी विभागों की बैठक लेकर आगे की प्लानिंग की जाएगी. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर राशि की मांग की गई है. 13-14 को कानपुर में वहां के महापौर के साथ बैठक है. जिसमें मेरा दौरा भी है. वहां केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी आएंगे. उनसे चर्चा कर केंद्र से राशि की मांग की जाएगी.

लापरवाही करने वालों पर होगी कार्रवाई

वहीं मेयर ने साफ लहजे में कहा कि अगले कुछ दिनों में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. शहर में किसी भी तरह की गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बता दें कि महापौर ऐजाज ढेबर स्वच्छता के मामले में शहर को नंबर 1 बनाने के लिए नगर निगम की टीम के साथ इंदौर, चंडीगढ़ और मोहाली गए हुए थे. जहां मेयर और पार्षदों ने इंदौर, चंडीगढ़ और मोहाली का दौरा कर वहां की सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया था.

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