सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी के टिकरापारा स्थित स्वीपर कॉलोनी तोड़ने में नगर निगम के अफसरों के पसीने छूट रहे हैं. निगम के अधिकारी पुलिस की मौजूदगी में जर्जर और अवैध कब्जा तोड़ने अभियान चला रही है. अधिकारियों ने भारी विरोध के बीच 70-80 घरों को तोड़ने की कार्रवाई की है. कॉलोनी के करीब 200 जर्जर मकानों को तोड़ा जाएगा. सभी प्रभावित लोगों को सिमरन सिटी में बसाया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्वीपर कॉलोनी को खाली कराने के बाद एक बड़ा प्रोजेक्ट यहां बनाया जाएगा. जिसका फिलहाल अभी निगम ने खुलासा नहीं किया है.

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दे रहे फ्लैट

नगर निगम उपायुक्त पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि टिकरापारा स्वीपर कॉलोनी नगर निगम का है. वहां निगम के कर्मचारी ही रहते हैं. कॉलोनी जर्जर हो गया है. कई हादसे भी हो चुके हैं. इसलिए यहां रहने वाले लोगों को विस्थापन कर सिमरन कॉलोनी में बसाया जा रहा है. सिमरन कॉलोनी में 5 लाख का प्लैट सिर्फ 70 हजार में प्रभावित लोगों दिया जा रहा है. उन्हें मालिक बनने का अधिकार दिया जा रहा है. ये सभी प्लेट प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनी हैं.

खाली कराने पुलिस का लेना पड़ा सहारा 

उन्होंने बताया कि कॉलोनी में निवासरत सभी निगम के कर्मचारी है. कर्मचारी होने के कारण उन्हें वहां आवास दिया गया था. अब उनकी जान की सुरक्षा के मद्देनज़र दूसरे जगह विस्थापन किया जा रहा है. हालांकि लोगों ने विरोध किया. हमें पुलिस का सहारा लेना पड़ा. पुलिस की मौजूदगी में सभी कार्रवाई की गई है.

लोगों को हादसों से बचाने विस्थापन

उन्होंने बताया कि स्वीपर कॉलोनी में लगभग 400 परिवार हैं. जिसमें से 200 को पहले बसाया जा चुका है. लगभग 200 बाक़ी हैं, जिन्हें अब हटाया जा रहा है. पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि पूरे मकान जर्जर हो चुके हैं. कभी भी हादसा हो सकता है. इसके पहले भी ढहने पर एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. इसके मद्देनजर इन्हें दूसरे जगह बसाया जा रहा है.

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