Raipur News: श्री ललिता देवी मंदिर संयासीपारा रायपुर में विगत 41 दिनों से क्षेत्र की महिलाओं द्वारा 108 सदस्यों की एक मंडली बनाकर प्रतिदिन दोपहर बात से शाम तक लगातार 41 दिनों तक श्री ललिता देवी का सहस्त्रनाम का पारायण किया गया.
प्रतिदिन महिलाएं दोपहर बाद से शाम तक पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर प्रांगण में एक स्वर में एक साथ सहस्त्रनाम पारायण किया गया. यह सहस्त्रनाम पारायण माता स्वरूप ललिता देवी के सहस्रनामों का उच्चारण किया जाता है इसका पारायण करना एवं सुना सकारात्मक ऊर्जा प्रदाय करता है. श्री ललिता देवी मंदिर ग्राम खमतराई के संयासीपारा में रेलवे गेट के पहले भव्य प्रांगण निर्मित है, जिसमें मंदिर के साथ छोटे धार्मिक आयोजन हेतु एक छोटा हाल भी बनाया गया है इस प्रांगण में माता ललिता देवी का मंदिर एवं राम भक्त हनुमान का मंदिर स्थापित है.
मंदिर में ललिता देवी मंदिर में प्रति शुक्रवार प्रात 5:00 बजे अभिषेक किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि श्री ललिता देवी सहस्त्रनाम का पारायण करने में पढ़ने वाले एवं सुनने वाले को पुण्य प्राप्ति होती है एवं माता के नाम का स्मरण भी हो जाता है. मंदिर में प्रतिदिन अपनी सेवा देने वाले मंदिर के पुजारी दी अनंत राव ने बताया कि विगत 41 दिनों से यह पाठ प्रारंभ हुआ है जिसका समापन मंदिर के स्थापना दिवस के दिन किया गया मंदिर के स्थापना दिवस के दिन मंदिर प्रांगण में माता का अभिषेक पंचामृत सहित द्वादश द्रव्य से किया गया. तत्पश्चात माता का श्रृंगार हाथ से निर्मित आंध्र प्रदेश की मशहूर पट्टू साड़ी एवं कांच की चूड़ियों की माला पहनकर अलंकृत किया गया एवं छप्पन भोग का भोग माता को अर्पित किया गया. इन 41 दिनों में 108 महिलाओं द्वारा 2 करोड़ 11 लाख 80 हजार ललिता सहस्रनाम का पारायण किया गया एवं उनके द्वारा माताजी का हवन किया गया. हवन के बाद महाप्रसाद का अन्नदान किया गया.