Raipur News: प्रतीक चौहान. रायपुर सीएमओ ऑफिस में इन दिनों एक नई-नई मेडिकल ऑफिसर काफी सुर्खियों में है. सुर्खियों में इसलिए क्योंकि सीएमओ ने उन्हें कई नेशनल प्रोग्राम (National Programme) के एक साथ चार्ज दे दिए.

जबकि उन्हें ये चार्ज राजधानी रायपुर के कई सीनियर डॉक्टरों को साइड कर के दिया गया है. हैरानी की बात ये है कि न केवल चार्ज दिया गया, बल्कि सारे नियमों को ताक में रखकर ये चार्ज दिया गया. क्योंकि उक्त महिला डॉक्टर पीएससी से चयनित हुई है, लेकिन अभी ये वर्तमान में परिवीक्षा अवधि (Probation period) में है.

 जानकार बताते है कि इस अवधि में उनके काम की समीक्षा होनी थी, लेकिन आलम ये है कि अब वे अपने सीनियर्स डॉक्टरों के काम की समीक्षा करेंगी. सूत्रों की माने तो जिन-जिनका नेशनल प्रोग्राम चार्ज दिया है उसमें फंडिंग के जुड़ा बड़ा खेल भी संभव है. यही कारण है कि दबी जुबान में स्वास्थ्य विभाग में उक्त महिला अफसर को मिले चार्ज की काफी चर्चा है.

CMO के पास दो दिनों से फोन उठाने का वक्त नहीं

इस संबंध में राजधानी रायपुर के सीएमओ डॉ मिथलेश चौधरी को पिछले दो दिनों से लगातार फोन किया जा रहा है. लेकिन उन्होंने एक भी बार फोन का जवाब नहीं दिया है. वहीं उक्त महिला अफसर का पक्ष जानने भी उन्हें फोन किया गया, लेकिन दो दिनों से उन्होंने भी फोन का कोई जवाब नहीं दिया. लल्लूराम डॉट कॉम की टीम सीएमओ ऑफिस भी सीएमओ और उक्त महिला अफसर का पक्ष जानने पहुंची. लेकिन उनके फिल्ड में जाने की जानकारी मिली.