Raipur News: प्रतीक चौहान. उद्योग भवन में छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं से सरकारी नौकरी लगाने की ठगी का मामला लल्लूराम डॉट कॉम ने उजागर किया था. हालांकि अब तक इस मामले में पुलिस की आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की कोई दिलचस्पी सामने नहीं आई है और न यूथ कांग्रेस (Youth Congress) के नेताओं के खिलाफ एफआईआर हुई है.

 अब ये ठग पीड़ित के पिता पर लल्लूराम डॉट कॉम में प्रकाशित खबर को हटवाने का दबाव बना रहे है और उन्हें ये झांसा दे रहे है कि खबर हट जाएगी तो उन्हें उनके पैसे वापस मिल जाएंगे. इसकी पहली किस्त भी 40 हजार रूपए की गायकवाड़ भाईयों में से एक ने दूसरे ठग तानसेन साहू को दिए और तानसेन साहू ने ये राशि प्रार्थी कमलेश के अकाउंट में ट्रांसफर की.

प्रार्थी कमलेश के पिता ने लल्लूराम डॉट कॉम को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें शिकायत वापस लेने की बात कही है, उनका शिकायत वापस लेने का उद्देश्य ये है कि लल्लूराम डॉट कॉम में प्रकाशित खबर हटा दी जाए.

सरकारी नौकरी का झांसा देने वाले तीनों ठग है सगे भाई

सरकारी नौकरी का झांसा देने वाले ठग तीनों सगे भाई है और यूथ कांग्रेस के नेता भी. इन ठग भाईयों में से दो के खिलाफ रायपुर एसएसपी (Raipur SSP) से पत्र लिखकर शिकायत की गई, डीडी नगर थाने में प्रार्थी और ठगों को बुलाया गया, लेकिन न जाने रायपुर पुलिस (Raipur Police) की ऐसी क्या मजबूरी है कि ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है.

गायकवाड़ परिवार के दो ठग में से एक ने अपने अकाउंट में पैसे लिए. ये पैसे ठग के दूसरे साथी तानसेन साहू के मार्फत लिए गए. गायकवाड़ परिवार का दूसरा ठग पुत्र प्रार्थियों से लगातार बातचीत करता रहा और उन्हें नौकरी का झांसा देता रहा, वहीं गायकवाड़ परिवार का तीसरा पुत्र थाने में पुलिस को हमेशा मैनेज करने के लिए थाने पहुंच जाता है. प्रार्थियों ने एक शिकायत एसएसपी को की जिसमें दो गायकवाड़ परिवार के ठगों के नाम है, और तीसरे बेटे की शिकायत भी पुलिस से की गई, जिसमें ये बताया गया है कि ये हमेशा उनके थाने पहुंचते ही सारी चीजों को मैनेज करने थाने पहुंच जाता है और जैसे ही वे डीडी नगर के सब इंस्पेक्टर के पास जाते है वो उन्हें फोन कर बुला लेते है.

लल्लूराम डॉट कॉम ने जब पहले इन तीनों भाईयों से अलग-अलग बात की, तो किसी ने ये जिक्र तक नहीं किया कि वे सगे भाई है. बस ये कहते रहे कि वो नेता है, इसलिए वे सपोर्ट करने थाने पहुंचते है. लेकिन अब ये पता चला है कि ये ठग सगे भाई है और अपने चौथे ठग साथी यानी तानसेन साहू को अपना मोहरा बनाकर इस्तेमाल कर रहे है. गायकवाड़ परिवार के जिन तीन ठगों की बात प्रार्थी ने अपनी शिकायत में पुलिस से की है उसमें राज गायकवाड़, रितुराज गायकवाड़ और दीपराज गायकवाड़ है. जबकि इन्होंने अपने साथी ठग तानसेन साहू के मार्फत पैसे लिए.

अब ये सभी ठग अपने बचाव में ये कह रहे है कि इनकी डील तानसेन से थी और तानसेन साहू ने प्रार्थियों से पैसा लिया, उन्होंने खाली दो प्रार्थियों से अपने अकाउंट में पैसा लिया.

हैरानी की बात ये है कि ये बात उन्होंने बकायदा 50 रूपए के स्टॉप में भी स्वीकार की है. हालांकि ठग उक्त 50 रूपए के स्टॉप की भी जानकारी न होने की बात कहते है, लेकिन यदि स्टॉप फर्जी या गलत होता तो वे थाने में इसकी शिकायत प्रार्थियों के खिलाफ करते जो अब तक उन्होंने नहीं की है.

प्रार्थी कमलेश से मिले ये सभी दस्तावेज और ठगों की तस्वीरें, पढ़े पीड़ित के पिता का वो पत्र जो उन्होंने खबर हटाने के संबंध में लिखा है