रायपुर. राज्य में सत्ता बदलते ही उसका असर नगर निगमों तक नजर आने लगा है. ताजा घटनाक्रम में निगम में पदस्थ ईई एके मालवे को रायपुर महापौर प्रमोद दुबे की अनुशंसा पर पद से हटा दिया गया है.
राजधानी रायपुर की सड़कों को लेकर सालों से लोगों की शिकायत के बाद भी शासन-प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से महापौर और पार्षद भी लाचार नजर आ रहे थे. लेकिन अब सत्ता में बदलने के साथ ही महापौर प्रमोद दुबे ने अपने तेवर दिखाए हैं, और राजधानी की बदहाल सड़कों को लेकर मालवे को हटाने की अनुशंसा की, जिस पर राज्य सरकार ने तुरंत अमल में लाते हुए पद से हटा दिया गया है. इस कार्रवाई के बाद महापौर प्रमोद दुबे ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि अब रायपुर निगम अफसरों के नहीं बल्कि जनप्रतिनिधियों की मंशा के अनुरूप चलेगा.
दरअसल, राजधानी में सड़कों को लेकर सालों से शिकायत होने के बाद भी न तो शासन और न ही प्रशासन कुछ कर रहा था. अधिकारियों को राज्य सरकार के मंत्रियों का संरक्षण मिला करता था जिसको देखते हुए महापौर प्रमोद दुबे भी किसी प्रकार की कार्रवाई करने में लाचार नजर आने लगे थे. लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के साथ ही अब हवा का रूख भी बदल गया है.