रायपुर. नया रायपुर में एनआरडीए परिसर में नया रायपुर संघर्ष समिति द्वारा 3 महीने से अधिक समय से अनाधिकृत रूप से टेंट इत्यादि लगाकर धरना आंदोलन किया जा रहा है. समय समय पर लोगों को बुलाकर बड़ी संख्या में रैली निकालकर सामान्य व्यवस्था को बाधित भी किया जाता रहा है. संघर्ष समिति की कई मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर कई सकारात्मक निर्णय लिए जाकर इम्प्लमेंटेशन भी प्रारम्भ किया जा चुका है. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ पूर्व में कई लेवल पर चर्चा कर धरना समाप्त करने भी मौखिक और लिखित रूप से कहा गया है.

 पिछले दिनों आंदोलन के दौरान एक ग्रामीण की मृत्यु हुई थी. दंडाधिकारी जांच में यह पाया गया कि पदाधिकारियों के द्वारा बिना अनुमति, बिना पर्याप्त व्यवस्था के प्रदर्शन आयोजित करने एवं लापरवाही पूर्ण एवं ग़ैर ज़िम्मेदाराना रवैए के कारण ही किसान की मृत्यु हुई है. बिना अनुमति के चल रहे धरने को समाप्त कराने की अनुशंसा भी की गयी है. 2 दिवस पूर्व भी एनआरडीए परिसर से धरना समाप्त करने हेतु पदाधिकारियों को नोटिस दिया गया है.

 एनआरडीए के कर्मचारियों द्वारा भी रोज़ रोज़ सुबह से शाम तक प्रदर्शनकारियों द्वारा बिना अनुमति लाउड्स्पीकर बजाने से परेशान होकर कई बार धरना हटाने का निवेदन किया गया है.

 आज सुबह प्रशासन एवं पुलिस की टीम द्वारा एनआरडीए परिसर जाकर संघर्ष समिति के उपस्थित सदस्यों को अनाधिकृत रूप से परिसर में लगाए गए टेंट एवं लाउडस्पीकर को हटाने कहा गया. स्वयं से टेंट हटाने की समझाईश दी गयी परंतु सदस्यों द्वारा मना किया गया. मैजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अमले द्वारा अनाधिकृत टेंट को हटाया गया और सामग्री जप्त की गयी है.

 पूर्व में मंत्री रवींद्र चौबे की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल के 3 सदस्यों की समिति द्वारा नया रायपुर संघर्ष समिति के साथ कई दौर की बैठके की गयी. मुख्य सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव के स्तर पर, एवं ज़िला प्रशासन के अधिकारियों के साथ भी अलग अलग समय पर पदाधिकारियों के साथ मीटिंग एवं चर्चा की जा चुकी है. समिति की 8 में 6 मांगे मानी जा चुकी है परंतु फिर भी समिति द्वारा हठ करते हुए शासकीय परिसर में अनाधिकृत रूप से धरना कर एवं न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए बिना अनुमति शासकीय कार्यकय के परिसर में सुबह से शाम लाउड स्पीकर बजाया जा रहा है. जिसे आज प्रशासन एवं पुलिस की टीम द्वारा हटाया गया.