हेमंत शर्मा,रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल परिसर में मंदिर के पीछे एक आरक्षक में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. उसके इस आत्मघाती कदम उठाने के पीछे की वजह सामने नहीं आ पाई है. आरक्षक के पास से कोई सुसाइडल नोट भी नहीं मिला है. गंज थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

जानकारी के मुताबिक मृतक आरक्षक का नाम प्रताप निर्मलकर (29 वर्ष) है, जो कि कवर्धा जिले का रहने वाला था. बिलासपुर जेल में जेल प्रहरी के पद पर पदस्थ था. बिलासपुर जेल में बंद कैदी के इलाज के लिए उसे रायपुर लेकर आया था. पिछले डेढ़ महीने से रायपुर सेंट्रल जेल के ट्रेनिंग सेंटर में रुका हुआ था. इसी दौरान उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.

जेल प्रहरी प्रताप के साथी आरक्षक का कहना है कि प्रताप कल कही गया था इसलिए लेट से ट्रेनिंग सेंटर आया. रात को खाना भी नहीं खाया और टेंशन में होनी की बात कही थी. फिर सुबह उठकर देखा तो उसने फाँसी लगा ली थी.

इधर घटना को लेकर प्रताप के परिजनों ने संदेह जताया है. प्रताप के बड़े भाई का कहना है कि हमारे पहुंचने से पहले ही बॉडी उतार ली गई. मामले में संदेह जताते हुए जांच की मांग की है. उन्होंने बताया कि प्रताप की सगाई हो गई थी और जल्द शादी होने वाली थी.