सुप्रिया पांडे,रायपुर। छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने आज सुनवाई के दौरान एक वकील का लाइसेंस सस्पेंड करने की अनुशंसा की है. अधिवक्ता अपने मकान मालिक की विधवा बहू के साथ छेड़छाड़ कर जमीन हड़पने की फिराक में था. पिछली सुनवाई में अधिवक्ता ने मकान मालिक से घर खाली करने की बात कही थी. दस्तावेज में हस्ताक्षर भी किए थे. आज सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ने कहा कि मैंने पिछली सुनवाई में बिना पढ़े हस्ताक्षर किया था. अधिवक्ता अपने ही बात से पलट गए. महिला आयोग ने अधिवक्ता के व्यवहार को गैर जिम्मेदाराना माना है.

महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि वकील अपनी मकान मालकिन की बहू के साथ छेड़छाड़ की नियत रखते हुए उसकी संपत्ति हड़पने की कोशिश कर रहा था. पिछली सुनवाई में अधिवक्ता ने आज की तारीख तक मकान मालिक को मकान खाली कर चाबी देने की बात स्वीकृत की थी, लेकिन आज वह वकील पूरी तरीके से पलट गया. उसने कहा कि बिना पढ़े हस्ताक्षर किया था.

उन्होंने कहा कि यदि कोई वकील आयोग जैसी संवैधानिक संस्था के सामने इस बात को कबूल करें कि उन्होंने बिना पढ़े दस्तखत पर हस्ताक्षर किया, तो यह माना जा रहा है कि वह अधिवक्ता गैर जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता के लाइसेंस को सस्पेंड करने के लिए रायपुर अधिवक्ता संघ और उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ को चिट्ठी प्रेषित की जाएगी. ताकि कोई भी वकील इस तरीके से महिला आयोग में दुर्व्यवहार न करे.

इसके अलावा एक मामला घरेलू हिंसा का भी सामने आया, जहां बुजुर्ग दंपति के साथ उन्हीं के बेटे बहू ने घरेलू हिंसा की. हमने समझाइस की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने. मामले में गोलबाजार थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. इसके अलावा काफी मामलों में समझौते हुए है. काफी लोग शर्तों के साथ आपसी राजीनामा के साथ तलाक लेना चाहते हैं. एक शख्स ने दूसरी पत्नी रखी है, जो आयोग के समक्ष आकर अपनी पहली पत्नी को भरण पोषण देने की बात कर रहा है.

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