सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक है. यही वजह है कि यहां पुरुष अधिक संख्या में संक्रमित हुए है. क्योंकि किसी न किसी काम से पुरुष ही घर से बाहर निकलते हैं. अब समीक्षा के आधार पर महिलाओं की कंधे पर यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वो अपने घर में लॉकडॉउन जैसे नियम कानून का पालन कराए.

जिला चिकित्सा अधिकारी मीरा बघेल ने बताया कि रायपुर में आज की स्थिति में 30 हजार कोरोना मरीजों की संख्या हो चुकी है. जिसमें 66 प्रतिशत पुरूषों को कोरोना हुआ है और 34 प्रतिशत महिलाएं कोरोना संक्रमित हुई है. मृत्यु दर की बात करें, तो इसमें भी पुरूषों की संख्या ज्यादा है. 71 प्रतिशत पुरूष और 31 प्रतिशत महिलाओं की कोरोना से मौत हुई है. इसकी समीक्षा की गई है कि क्या कारण है पुरूष ज्यादा संक्रमित हो रहे है, तो मेजर कारण ये रहा कि पुरूष घर से ज्यादा बाहर रहते हैं और सावधानी कम बरतते हैं.

इसलिए महिला आयोग के साथ मिलकर रायपुर में पहल कर हर घर कि जिम्मेदारी महिलाओं को दी गई है. वो अपने घर के पुरूषों को कैसे कोरोना संक्रमण से बचा सकते है. इस जागरूकता के लिए महिलाओं की कई टीम रवाना की गई है, जो लोगों को जागरूक करेंगे. आज सुरक्षित रहेंगे, तो कल वो सारा काम कर सकते है. आज जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं.

सीएमएचओ बघेल ने बताया कि आज माँ, बेटी, पत्नी, बहन की सुरक्षा के लिए हमारे भाई, पति, पिता परिवार में सबकी सुरक्षा के लिए बाहर निकलना पड़ रहा है. इसीलिए महिलाओं को ध्यान देना चाहिए कि हर कमी में घर चला लेंगे. रूखा सूखा खाकर मुसीबत के वक़्त काट लेंगे, बिना श्रृंगार रह लेंगे है और हम कोरोना को हराकर दम लेंगे. इसीलिए महिला शक्ति को आगे लाया गया है और उन्हें आह्वान किया गया है कि महिला शक्ति आगे आओ अपने भाई, पति और पिता की जान बचाओ ख़ुद ही घर में रहो, बिना अति आवश्यक कार्य के अपने पिता को बाहर निकालने से रोको.