एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) होस्टेड शो ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ (Kaun Banega Crorepati Season 17) में रायपुर की एक महिला पत्रकार प्रज्ञा प्रसाद भी पहुंच गई हैं. इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने फेसबुक में एक पोस्ट शेयर कर दिया है. इस पोस्ट में उन्होंने शो में अपने अनुभव का जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने शो में भाग लेने वाले अन्य लोगों के लिए अपनी जर्नी को शेयर किया है.

बता दें कि सोनी ने अपने यूट्यूब पर शो का एक प्रोमो शेयर किया है. जिसमें अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के सामने रायपुर की एक महिला पत्रकार प्रज्ञा प्रसाद हॉट सीट में बैठे दिख रही है. ये प्रोमो काफी मजेदार है. इस एपिसोड का टेलीकास्ट कल यानी 3 दिसंबर को रात 9 बजे से होने वाला है.

बता दें कि रायपुर की एक महिला पत्रकार प्रज्ञा प्रसाद ने अपने फेसबुक पोस्ट में जानकारी शेयर करते हुए बताया कि- “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी और गर्व हो रहा है कि मैंने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) के 17वें सीजन में हॉट सीट तक का सफर तय कर लिया है. यह अनुभव मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. कई लोगों को नहीं पता कि सेलेक्शन कैसे होता है. जो इसमें भाग लेना चाहते हैं, उनके लिए मैं शेयर कर रही हूं… 7 महीने की बहुत लंबी प्रक्रिया.. केवल एक बार भाग्य काम आता है, बाकी सिर्फ और सिर्फ आपकी मेहनत और नॉलेज.”

प्रज्ञा प्रसाद अपने पोस्ट में लिखा- “अप्रैल के महीने में केबीसी की फोन लाइन ओपन हुई, तब मैंने भी हर दिन सोनी लिव पर उत्तर दिए. बस यहां पर आपका भाग्य काम आएगा कि दूसरा कॉल आ जाए. दूसरा कॉल आया मई के महीने में, जहां फिर से कंप्यूटराइज क्वेश्चन-आंसर्स आपसे किए जाते हैं. उस वक्त दो सवाल आपसे किए जाते हैं. दोनों सवाल सही हुए तो फिर तीसरा कॉल आता है, जो मुझे भी आया और तब मैं मुंबई गई, जहां पवार पब्लिक स्कूल में मेरा एग्जामिनेशन सेंटर था. यहां जीके का रिटन टेस्ट लिया जाता है और उसी दिन दो घंटे के बाद लिखित परीक्षा के परिणाम की घोषणा कर दी जाती है. उस दो घंटे में आपको 100 से ज्यादा पन्नों की एक बुकलेट भरनी होती है, जिसमें आपको अपनी जिंदगी, क्वालिफिकेशन, पसंद-नापसंद, अनुभवों से जुड़े सवाल-जवाब देने होते हैं. सवाल बहुत भारी थे, मुझे लगा कि रिटन नहीं निकाल पाऊंगी, लेकिन दो घंटे के बाद जब रिजल्ट आया, तब मैं पास घोषित हुई. इसके बाद बारी आई पर्सनल इंटरव्यू और स्क्रीन टेस्ट की… मेरा इंटरव्यू चला 25 मिनट और फिर दागे गए चार और सवाल जीके के… इसके बाद मैं वापस आ गई रायपुर.. इन सभी को आपने पार कर लिया, तब फाइनल सेलेक्शन का कॉल आता है. जो वहां से टीम आपको करती है. तब फिर आपसे केबीसी की कम से कम 5 टीमें एक साथ हर दिन बात करती है.”

केबीसी और चैनल ही उठाता है पूरा खर्च

प्रज्ञा प्रसाद अपने पोस्ट में लिखा- “केबीसी कंटेस्टेंट और एक कंपैनियन के आने-जाने का खर्च, होटल में रुकने का खर्च, खाने-पीने का खर्च सबकुछ खुद वहन करती है. यानि अगर आप दो लोगों के साथ जा रहे हैं, तो आपका एक रुपये भी खर्च नहीं होता.. एयरपोर्ट से होटल तक जाना, होटल से फिल्म सिटी तक जाना.. सबकुछ केबीसी की टीम ही करती है. आपको मुंबई आने के बाद बिल्कुल परेशान नहीं होना पड़ता. दो लोगों के अलावा अगर आप तीसरे की इजाजत लेते हैं, तब आपको उसका खर्च वहन करना पड़ेगा. केबीसी की टीम बहुत अच्छी तरह से आपका ख्याल मुंबई में रखती है. सेट पर ‘फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट’ सबसे मुश्किल पड़ाव होता है. सवाल आसान होता है, लेकिन फास्टेस्ट आंसर देना चुनौती है. कई बार सवाल मुश्किल भी होते हैं, जैसे मेरी बार में था.”

प्रज्ञा प्रसाद अपने पोस्ट में लिखा- “हॉट सीट में बैठने के बाद महसूस हुआ कि हॉट सीट का दबाव कितना अलग होता है. घर से सवालों को आसान समझना और उस प्रेशर को झेलना जमीन-आसमान का फर्क है. घर से सवालों के जवाब देना और ये कह देना कि अरे इतने आसान से सवाल का जवाब भी नहीं आता, पता नहीं किसको-किसको बैठा देते हैं और वहां हॉट सीट का प्रेशर झेलना जमीन-आसमान का फर्क है. अब मेरे मन में उन सभी प्रतिभागियों के लिए गहरा सम्मान है, जो उस 10 कुर्सी तक पहुंचते हैं. उनके लिए भी जो 0 रुपये पर आउट हो जाते हैं, चाहे सवाल सिली ही क्यों न हो.. क्योंकि उस सीट पर बैठने वाला ही जानता है कि क्या महसूस होता है वहां पर… KBC से मेरी सबसे बड़ी कमाई महानायक अमिताभ बच्चन सर का सान्निध्य रहा. उनकी सादगी और विनम्रता ने मुझे विस्मित कर दिया. इतने बड़े व्यक्तित्व का जमीन से जुड़ाव देखकर मैं उनकी और भी कायल हो गई. 83 वर्ष की उम्र में उनकी ऊर्जा और कंटेस्टेंट के प्रति उनका ख्याल रखना अद्भुत है. उनसे मिलकर लगा कि पैसा नहीं बल्कि ये जो अनुभव मुझे मिला है, यही करोड़ों रुपयों के बराबर है.”