अनिल सक्सेना, रायसेन। यूं तो सरकार शिक्षा को लेकर लाख दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जी हां मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां स्कूल समय पर नहीं खुलते है। बच्चों ने बताया कि शिक्षक हमे चाबी देकर जाते है और खुद 11 बजे के बाद विद्यालय पहुंचते है। इतना ही नहीं पढ़ाई की जगह छात्रों से झाड़ूं लगवाई जाती है।

यह मामला औबेदुल्लागंज जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला सिंहपुर इमलिया और शासकीय माध्यमिक शाला का है। जहां बच्चे खुद से स्कूल खोलते है। इतना ही नहीं स्कूल में बच्चे रोज झाड़ू भी लगाते है। प्राथमिक स्कूल के बच्चों ने बताया कि शिक्षक हमे चाबी देकर जाते है। शिक्षक और शिक्षिका 11 बजे के बाद स्कूल पहुंचते है।

पैसा नहीं तो एग्जाम नहीं: स्कूल फीस जमा नहीं कर पाई छात्रा तो परीक्षा में बैठने से रोका, प्रबंधन ने गेट से किया बाहर

इस मामले में जब बीआरसी सतीश कुशवाहा से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि इस तरह से शासन का कोई आदेश नहीं है, अगर इस तरह की अनियमितता है, तो संबंधित शिक्षकों को निर्देशित किया जाएगा। अगर स्कूल में चपरासी है तो बच्चों से झाड़ू लगवाना सही नहीं है।

Singrauli News: महिला ने एक साथ तीन बच्चों को दिया जन्म, बच्चों के नाम भी तय किए, सभी स्वस्थ

वहीं समय पर स्कूल नहीं पहुंचने वाले शिक्षकों पर क्या कार्रवाई की जाती है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वक्त पर स्कूल नहीं पहुंचने वाले और समय से पहले बंद करने वाले शिक्षकों की सूचना मिलने के बाद औचक निरीक्षण किया जाता है। फिर वरिष्ठ कार्यालय को अवगत कराया जाता है। इसके बाद शासन के निर्देशानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H