Rajasthan by-election: इस साल राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। जयपुर में हुई बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के बाद, रविवार शाम को दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने टिकट बंटवारे पर चर्चा की। बैठक में प्रत्याशियों के नामों पर गहन विचार किया गया, लेकिन अंतिम निर्णय अभी आना बाकी है।

दिल्ली में हुई बैठक में टिकट पर चर्चा
दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में जयपुर में तैयार की गई रणनीति और संभावित उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा की गई।
कांग्रेस के पास हैं 4 सीटें
राजस्थान की इन सात सीटों में से कांग्रेस के पास फिलहाल चार सीटें हैं, जबकि बीजेपी, बीएपी और आरएलपी के पास एक-एक सीट है। सलूंबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई है, वहीं रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन के कारण उपचुनाव का हिस्सा बनेगी।
बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती
हालिया लोकसभा चुनाव में राजस्थान में 11 सीटों पर हार का सामना करने के बाद, इन उपचुनावों को बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी ने माइक्रो मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विशेष रणनीति तैयार की है।
इन सीटों पर होंगे उपचुनाव:
- देवली-उनियारा: हरीश मीणा (कांग्रेस) अब सांसद
- दौसा: मुरारीलाल मीणा (कांग्रेस) अब सांसद
- झुंझुनूं: बृजेंद्र ओला (कांग्रेस) अब सांसद
- चौरासी: राजकुमार रोत (BAP) अब सांसद
- खींवसर: हनुमान बेनीवाल (RLP) अब सांसद
- सलूंबर: अमृतलाल मीणा (बीजेपी) का निधन
- रामगढ़: जुबेर खान (कांग्रेस) का निधन
पढ़ें ये खबरें भी
- अपराध का अंजाम मौतः 1 लाख का इनामी अपराधी एनकाउंटर में ढेर, लंबे समय से पुलिस को दे रहा था चकमा
- सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष पर आयोजित भारत पर्व में शामिल हुए सीएम साय, कहा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लौहपुरुष की विरासत को और सशक्त बनाया
- प्रेग्नेंट थी मॉडल खुशबू: शॉर्ट पीएम में हुआ बड़ा खुलासा, पुलिस ने कासिम को लिया हिरासत में
- आस्था की अंतिम यात्रा: ओंकारेश्वर में पुणे से नर्मदा परिक्रमा करने आए दंपत्ति की डूबने से मौत, कॉस्मेटिक की दुकान चलाते थे
- छत्तीसगढ़ की खराब सड़कों पर सुनवाई : शपथ पत्र पेश नहीं करने पर हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी, सरकार से पूछा – कब तक सुधरेगी नेशनल हाईवे की सड़क
