Rajasthan By Election: राजस्थान के उपचुनावों के बीच झुंझुनू की सीट पर तीव्र राजनीतिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। यहां त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस के ओला परिवार, भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भाम्बू, और निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बीच जोरदार संघर्ष हो रहा है।

राजेन्द्र भाम्बू का परिवर्तन का दावा

भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भाम्बू ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि चार दशकों से एक ही परिवार का दबदबा झुंझुनू में रहा है, लेकिन अब जनता परिवर्तन चाहती है। भाम्बू ने कहा, यह ओला परिवार का 26वां अवसर है जब वे वोट मांग रहे हैं, जबकि भाजपा सबके साथ और सबके विकास के लिए काम करती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपलब्धियों को झुंझुनू के विकास में मील का पत्थर बताया और कहा कि यमुना जल समझौता इस क्षेत्र के लिए जीवनरेखा साबित होगा। भाम्बू का मानना है कि कांग्रेस ने सैन्य बाहुल्य इस क्षेत्र में अग्निवीर के मुद्दे पर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की थी, लेकिन अब लोग भाजपा के समर्थन में हैं।

राजेंद्र गुढ़ा का नया नेतृत्व देने का वादा

पूर्व मंत्री और निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनू को नया नेतृत्व देने का दावा किया है। गुढ़ा ने कहा, इन लोगों ने झुंझुनू की जनता पर शासन किया है, खिदमत नहीं की। उन्होंने क्षेत्र में विशेष वर्ग के दबदबे का उल्लेख करते हुए कहा कि इतने वर्षों में बड़े नेताओं का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद जनता को आज भी बुनियादी जरूरतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता का समर्थन उनके साथ है और उनका सीधा मुकाबला भाजपा से होगा, न कि कांग्रेस से।

परिवार पर भरोसा जताते हुए विकास का वादा: कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला

कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला ने अपने परिवार की विरासत को कमजोरी नहीं बल्कि ताकत बताया। ओला ने कहा कि उन्होंने झुंझुनू में विकास और अमन-शांति के नाम पर वोट मांगे हैं। त्रिकोणीय मुकाबले के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका सीधा मुकाबला रहेगा और उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार बदलने के बाद रुके हुए विकास कार्यों को पुनः आगे बढ़ाएंगे। परिवारवाद से जुड़े सवाल पर ओला ने कहा कि उन्हें परिवार की विरासत से चुनौती नहीं बल्कि समर्थन मिला है।

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