जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के बीच सोमवार को जयपुर में हो रही कांग्रेस की बैठक में 106कांग्रेस सहित निर्दलीय विधायकों के पहुंचने की सूचना है, लेकिन इसमें न तो सचिन पायलट और न ही उनके समर्थक विधायक. इसके साथ सचिन पायलट और समर्थक विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है.

राजस्थान में बीते 72 घंटों से चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच रविवार को देर रात तक उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तक कांग्रेस के आलाकमान से लेकर जिम्मेदार पदाधिकारी संपर्क करने का प्रयास करते रहे. अंतिम समय में सचिन पायलट के मित्र मिलिंद देवड़ा से तक संपर्क कर उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिलने के बाद अब कांग्रेस की ओर से कार्रवाई करने का आधार पुख्ता होते जा रहा है.

अशोक गहलोत सरकार के बचे रहने के आसार

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भले ही सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक नहीं पहुंचे हों, लेकिन अशोक गहलोत की सरकार को असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है. बैठक में मौजूद विधायकों की संख्या को देखते हुए अशोक गहलोत विश्वास से भरे नजर आए. जानकार बताते हैं कि अशोक गहलोत ने सचिन गहलोत की भावभंगिमा को देखते हुए पहले ही बसपा के विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने के साथ अन्य विधायकों को जोड़ने का काम कर चुके हैं.