नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने गजब के कारनामें को अंजाम दिया है. उन्होंने दुर्घटना में घायल युवक की जगह गलती से उसके लकवाग्रस्त पिता का ऑपरेशन कर दिया. इस बात की जानकारी सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच समिति का गठन किया है.
मनीष नामक मरीज को दुर्घटना में घायल होने के बाद अस्पताल लाया गया था. शनिवार को सर्जरी के लिए निर्धारित होने पर उसने अपने लकवाग्रस्त पिता को सहायता के लिए बुलाया. मनीष के अनुसार, उसे भर्ती कर लिया गया और सर्जरी के लिए तैयार किया गया, जबकि उसके पिता ऑपरेशन थियेटर के बाहर इंतजार कर रहे थे. हालांकि, उसके बाद जो हुआ, उससे वह स्तब्ध रह गया.
मनीष ने कहा, “मैं दुर्घटना में घायल हो गया था. चूंकि मदद करने के लिए कोई और नहीं था, इसलिए मैंने अपने लकवाग्रस्त पिता को बुलाया. शनिवार को मेरी सर्जरी होनी थी, इसलिए मैंने उसे ऑपरेशन थियेटर के बाहर बैठकर इंतजार करने को कहा था.
उन्होंने कहा. “मैं ऑपरेशन थियेटर के अंदर था – मुझे नहीं पता कि क्या हुआ, लेकिन अब मेरे पिता को 5-6 टांके लगे हैं.” मरीज ने आगे कहा कि उसे ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का नाम याद नहीं है. उसने असहाय होकर कहा. “मुझे उस डॉक्टर का नाम याद नहीं है, जिसने मेरा ऑपरेशन किया था. मैं भी इस हालत में पड़ा हुआ हूँ. मैं क्या कर सकता हूँ?”
इस बीच कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सक्सेना ने अधीक्षक को घटना पर एक समिति बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मैंने अधीक्षक को एक समिति बनाने और 2-3 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट देने को कहा है. उन्होंने तीन सदस्यीय समिति बनाई है… वे जांच करेंगे और बताएंगे कि क्या हुआ.