जयपुर शहर में स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर के सबसे बड़े पेसेंजर रोप-वे (rope way) का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. जयपुर कलsक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने शुक्रवार को खोले के हनुमान जी मंदिर परिसर में रोप-वे निमार्ण कार्यों का निरीक्षण किया.
अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप-वे बनाया जा रहा है. शहर में यह सामोद के बाद दूसरा और सबसे बड़ा रोप-वे बनेगा. इस रोप-वे के बनने के बाद खोले के हनुमान जी मंदिर के पास ऊंची पहाड़ी पर बने वैष्णोदेवी माता मंदिर में श्रद्धालु आसानी से जा सकेंगे. अभी इस मंदिर पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को 121 खड़ी सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता है.
एक ट्रॉली में बैठ सकेंगे 6 लोग
कंपनी ने बताया कि यहां राउड दि क्लॉक 24 ट्रॉलियां उपलब्ध करवाई जाएगी और हर घंटे में 700 से 800 लोग इसमें सफर कर सकेंगे. एक ट्राली में 6 लोग एक साथ बैठकर मंदिर तक पहुंच सकेंगे. इससे पहले चौंमू स्थित सामौद मंदिर में रोप-वे बनाया गया है, हालांकि वह अभी NOC नहीं मिलने के कारण बंद पड़ा है.
बच्चों और बुजुर्गों को मिलेगी नि:शुल्क सफर की सौगात
कलेक्टर ने कहा कि रोप-वे निर्माण करने वाली फर्म को 0 से 5 आयुवर्ग वाले बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ साथ दिव्यांगों को रोपवे के जरिये निःशुल्क सफर करवाने के लिए निर्देशित किया गया है. रोप-वे की एक तरफ का सफर करीब साढ़े 4 मिनट में पूरा होगा इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा.