जयपुर। राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार अपने राज्य के 100 युवा और प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजेगी. राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम के तहत इच्छुक किसानों से आवेदन आमंत्रित किए हैं. युवा प्रगतिशील किसान इस पहल के लिए 25 सितंबर तक अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र के माध्यम से राजकिसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसान कृषि, बागवानी और पशुपालन विभाग से संपर्क कर सकते हैं. प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वाले किसानों की आयु 55 वर्ष से कम होनी चाहिए और उनके पास वैध पासपोर्ट होना चाहिए.

राजस्थान सरकार ने इस साल के बजट में ज्ञान संवर्धन कार्यक्रम की घोषणा की थी. इस कार्यक्रम के तहत पहले चरण में राजस्थान के प्रगतिशील युवा किसानों को उन देशों में भेजा जाएगा जो कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार के मामले में अग्रणी बनकर उभरे हैं. अब उच्च तकनीक का उपयोग करके कम जगह और कम लागत में अधिक फसलें पैदा की जा रही हैं.

ज्ञान संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत पहले चरण में चयनित 100 युवा किसानों में से 80 कृषि क्षेत्र से तथा 20 डेयरी एवं पशुपालन क्षेत्र से होंगे. ज्ञान संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत चयन के लिए कई मापदंड तय किए गए हैं. सामान्य वर्ग के किसान के पास कम से कम एक हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिला किसानों के पास 0.5 हेक्टेयर कृषि भूमि का स्वामित्व होना चाहिए.

आवेदक पिछले 10 वर्षों से खेती-किसानी कर रहा हो. किसान को संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर ऊर्जा पंप, ड्रोन, फर्टिगेशन, ऑटोमेशन, फार्म तालाबों एवं डिग्गियों का उपयोग जैसी उच्च कृषि तकनीक से भी परिचित होना चाहिए. विदेश भेजे जाने वाले 20 युवा दुग्ध उत्पादकों या पशुपालकों के लिए भी चयन मापदंड तय किया गया है.

डेयरी क्षेत्र से चयनित युवा दूध उत्पादक या पशुपालक के पास कम से कम 20 गाय या भैंस, 10 ऊंट या 50 भेड़ या बकरियों की डेयरी होनी चाहिए. वह पिछले 10 वर्षों से डेयरी या पशुपालन पेशे से जुड़ा हुआ होना चाहिए. वह अपने पेशे में उच्च स्तरीय पशुपालन या डेयरी तकनीक का उपयोग करता हो.

इसके अलावा, आवेदक को डेयरी क्षेत्र में जिला या राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चुना जाना चाहिए और उसे अपने इलाके में प्रगतिशील पशुपालक के रूप में मान्यता प्राप्त होनी चाहिए.