Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी की कमान पूरी तरह से सीएम भजनलाल शर्मा के हाथ में आ गई है. पार्टी के हर फैसले सीएम खुद ले रहे है. सरकार से जुड़े काम हो या फिर संगठन. हर फैसले में भजनलाल की मुहर लगती है. बड़ा सवाल यह है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चुप्पी साधे हुए है. लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर भी वसुंधरा राजे कैंप में कोई हलचल नहीं है.

राजनीतिक विश्लेषक वसुंधरा राजे की रणनीति का आंकलन नहीं कर पा रहे है. बता दें राजस्थान बीजेपी में अब भी वसुंधरा राजे सबसे बड़ा स्वीकार्य चेहरा है. इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव कई नेताओं के लिए चर्चा का विषय बन गया है. पार्टी बदलने से कई सियासी समीकरण ऐसे बदले हैं कि पिछले चुनावों या विधानसभा चुनावों में खिलाफ काम कर रहे थे. ऐसे नेता अब साथ काम करने को मजबूर हो गए हैं. कांग्रेस ने भाजपा छोड़कर आए सांसद राहुल कस्वां को टिकट दिया है.

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यहां पिछली बार राहुल कस्वां के सामने कांग्रेस से रफीक मंडेलिया ने लोकसभा चुनाव लड़ा था. अब बदली हुई परिस्थिति में मंडेलिया को कस्वां का सहयोग करना होगा. यदि बाड़मेर लोकसभा सीट से आरएलपी से कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम को टिकट दिया जाता है तो कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी को उनका सहयोग करना होगौ. विधानसभा चुनाव में उम्मेदाराम ही हरीश चौधरी के सामने ताल ठोक कर खड़े थे. चौधरी कुछ ही वोटों से चुनाव जीते थे. उम्मेदाराम दूसरे नम्बर पर रहे थे.

चित्तौड़गढ़: आक्या की नाराजगी दूर, करेंगे सहयोग

चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर भी कुछ ऐसे ही समीकरण बन रहे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या का टिकट काट दिया गया. आक्या ने लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी, लेकिन सीएम के दखल के बाद अब आक्या की नाराजगी दूर हो गई है और वे अब सीपी जोशी का सहयोग करेंगे.

अलवर: करण सिंह समर्थन में करेंगे काम

2018 में अलवर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के सिम्बल पर लोकसभा चुनाव जीते डॉ. करण सिंह अब भाजपा में शामिल हो गए हैं. लम्बे समय से कांग्रेस की राजनीति करते आए करण सिंह अब भाजपा प्रत्याशी भूपेन्द्र यादव के समर्थन में काम करेंगे.

सीकरः सुभाष महरिया करेंगे सहयोग

सीकर लोकसभा सांसद और वर्तमान भाजपा प्रत्याशी सुमेधानन्द सरस्वती के लिए अब भाजपा में शामिल हुए सुभाष महरिया काम करेंगे. महरिया ने 2019 में कांग्रेस के सिम्बल पर सुमेधानन्द के खिलाफ चुनाव लड़ा था. महरिया ने विधानसभा चुनावों में भाजपा जॉइन की थी और लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके.

बांसवाड़ा: अब कृष्णा को करना है समर्थन

कुछ ऐसी ही स्थिति कांग्रेस सहित अन्य दलों से भाजपा में आने वालों के साथ हुई है. भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे महेन्द्रजीत सिंह मालवीया को बांसवाड़ा-डूंगरपुर से टिकट दिया है. मालवीया बागीदौरा सीट से चुनाव लड़े थे. यहां भाजपा प्रत्याशी कृष्णा कटारा तीसरे नम्बर पर रही थीं. अब कृष्णा को लोकसभा चुनाव में मालवीया के समर्थन में प्रचार-प्रसार करना है.

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