Rajasthan Loksabha Elections: उदयपुर. राजस्थान में पिछली बार की तरह इस बार भी मतदान केन्द्रों की कमान महिलाएं संभालेंगी. निर्वाचन आयोग ने ये प्रयोग महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया . जिसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के 33 जिलों में 262 मतदान केंद्रों की कमान पूरी तरह महिला कार्मिकों के हाथ में रही.

21_09_2023-election_commission_23536323-780x470

राज्य निर्वाचन विभाग ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्रदेश में 262 महिला नियंत्रित मतदान केंद्र बनाए. ये ऐसे मतदान केन्द्र थे जहां सुरक्षाकर्मी से लेकर जोनल मजिस्ट्रेट, पीठासीन अधिकारी भी महिलाएं ही रहीं. चुनाव आयोग ने महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रकार के मतदान केंद्रों की व्यवस्था की थी. इनमें जयपुर में सबसे अधिक 42 महिलाओं की ओर से संचालित मतदान केन्द्र थे. इसके बाद दूसरे नंबर पर सवाईमाधोपुर में 20 और धौलपुर में 12 मतदान केन्द्र बनाए गए थे.

पूर्व में नाम था पिंक मतदान केन्द्र : लोकसभा चुनाव में चतरा जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों के पांच मतदान केंद्र का संचालन महिला अधिकारी व कर्मी करेंगी. पूर्व में इसका नाम पिंक मतदान केंद्र दिया था. लेकिन बाद में चुनाव आयोग ने इसका नाम परिवर्तन कर दिया. आदर्श महिला कर्मी मतदान केंद्र रखा गया है.

आदर्श मतदान केन्द्रों को बनाया था आकर्षक

प्रदेश में राज्य निर्वाचन विभाग ने 243 आदर्श मतदान केंद्र भी बनाए गए थे. वर्ष 2019 में भी दो चरणों में मतदान हुए थे. जिनके लिए ये व्यवस्थाएं की गई थीं. इन आदर्श मतदान केंद्रों को आकर्षक रूप से तैयार किया गया था. मतदाताओं के लिए यहां माकूल व्यवस्थाएं की गई थीं.

ये खबरें भी जरूर पढ़ें