Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर के सोडाला थाना पुलिस ने एक सनसनीखेज रंगदारी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें इस साजिश का मास्टरमाइंड भी शामिल है। आरोपियों ने कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम का इस्तेमाल कर एक स्टील व्यापारी से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी और रकम न देने पर उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी।

अस्पताल कर्मचारियों का निकला हाथ

पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनमें से तीन CK Birla अस्पताल के कर्मचारी हैं, जबकि मास्टरमाइंड जयप्रकाश कुमावत भी पहले उसी अस्पताल के डायलिसिस विभाग में काम करता था, लेकिन बाद में उसने नौकरी छोड़ दी। जयप्रकाश को ऑनलाइन सट्टेबाजी की लत थी और वह आलीशान जीवन जीने का आदी था। इस लत के चलते उसने लाखों रुपये का कर्ज ले लिया। जब कर्जदाताओं ने पैसे की मांग शुरू की, तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस रंगदारी की साजिश रची।

पुलिस ने तकनीकी जांच से खोला राज

डीसीपी जयपुर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि व्यापारी को एक मोबाइल नंबर से रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर धमकियां मिली थीं। जांच में पता चला कि यह सिम अलवर के एक अनपढ़ मजदूर के नाम पर फर्जी तरीके से ली गई थी, जिसमें मजदूर के आधार कार्ड का दुरुपयोग किया गया। तकनीकी विश्लेषण और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने जयप्रकाश कुमावत, महेश कुमावत, लोकेन्द्र सिंह और लखन सिंह गुर्जर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक थार गाड़ी, मोटरसाइकिल और धमकी देने में इस्तेमाल हुआ मोबाइल फोन बरामद किया है।

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