Rajasthan News: राजस्थान में कैदियों को प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने के मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है। जेल विभाग ने दो जेल प्रहरियों को बर्खास्त कर दिया, जबकि एक को निलंबित कर दिया गया। डीआईजी जेल मोनिका अग्रवाल ने बताया कि उदयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी प्रभनलाल और जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी संजय कुमार को बर्खास्त किया गया है। वहीं, जोधपुर जेल के प्रहरी राजेश बिश्नोई को निलंबित कर दिया गया है।

जेल में बरामद हुए मोबाइल और नशीला पदार्थ

  • 30 अगस्त 2024: जयपुर सेंट्रल जेल की दीवार के पास तीन पैकेट में 22 मोबाइल फेंके गए थे। इस मामले में प्रहरी संजय कुमार की गिरफ्तारी के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
  • 12 जुलाई 2024: उदयपुर सेंट्रल जेल में प्रहरी भजनलाल ने एक पार्सल जेल में फेंका था, जिसमें 4 मोबाइल, 3 बैटरियां और 10 तंबाकू की पुड़िया मिलीं। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब बर्खास्त किया गया है।
  • 31 मार्च 2024: जोधपुर सेंट्रल जेल में 16 मोबाइल बरामद हुए थे। जांच के बाद प्रहरी राजेश बिश्नोई को निलंबित कर दिया गया।

जेलों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश

डीजी जेल गोविंद गुप्ता ने बताया कि कैदियों तक मोबाइल, सिम, तंबाकू और अन्य प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने वालों पर सख्ती होगी। सभी जेल अधीक्षकों को निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।

जोधपुर जेल प्रहरी 29 मार्च को गिरफ्तार

जोधपुर के रातानाडा पुलिस ने 29 मार्च को जेल प्रहरी राजेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया था। दो अन्य युवकों को भी पकड़ा गया है, जो सिम और मोबाइल जेल में पहुंचाने में शामिल थे। एक युवक ने 40-50 सिम जेल तक पहुंचाने की बात कबूली।

सीएम को धमकी के बाद जेलों में कड़ी कार्रवाई

28 मार्च को बीकानेर सेंट्रल जेल से पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई थी। पुलिस ने तुरंत जांच कर जेल में छापा मारा और वार्ड नंबर 10 की बैरक संख्या 39 से विचाराधीन बंदी आदिल के पास से मोबाइल बरामद किया। इसके बाद राज्य की सभी जेलों में सुरक्षा सख्त कर दी गई है।

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