Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने एक बार फिर अपने फैसले में बदलाव करते हुए शिक्षा विभाग के तबादला आदेशों को निरस्त कर दिया है. हाल ही में 5 व्याख्याता, 40 प्रधानाचार्य और 8 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई थी. इस सूची में से करीब 34 प्रधानाचार्य दौसा जिले से थे, जिस पर कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने आपत्ति जताई थी. विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की, जिसके बाद यह कदम उठाया गया.

लग गई आचार संहिता

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो गई है. आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इन राज्यों के चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. साथ ही, राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखें भी घोषित हो गई. ऐसे में इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में आज से आचार संहिता लागू हो गई है.

तबादला आदेशों का निरस्तीकरण

शिक्षा विभाग ने तीनों तबादला आदेशों को रद्द करते हुए स्पष्ट किया है कि 15 अक्टूबर 2024 को जारी स्थानांतरण आदेशों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया गया है. इस आदेश के तहत किसी भी शिक्षक या कार्मिक को नए स्थान पर कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया जाएगा. यदि किसी शिक्षक को पहले ही कार्यमुक्त किया जा चुका है, तो उसे उसके पूर्व पदस्थापन स्थान पर वापस भेजा जाएगा.

किरोड़ी लाल मीना ने की थी निरस्तीकरण की मांग

कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने प्रधानाचार्यों के तबादलों को रद्द करने की मांग की थी और शिक्षा विभाग को पत्र लिखा था. इसके बाद विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तीनों आदेशों को निरस्त कर दिया. मीना ने अपने पत्र में लिखा था कि 15 अक्टूबर को जारी 40 प्रधानाचार्यों की ट्रांसफर लिस्ट को जनहित में तुरंत निरस्त किया जाए.

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