Rajasthan News: उदयपुर. शहर की विभिन्न थानों की चार टीमों ने एक साथ कार्रवाई कर 179.200 ग्राम एमडीएमए जब्त कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों में 2 युवतियां भी शामिल है.पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि सूरजपोल थानाधिकारी सुनील चारण, भूपालपुरा थानाधिकारी मुकेश सोनी, प्रतापनगर थानाधिकारी भरत योगी और सुखेर थानाधिकारी हिमांशु सिंह के साथ डीएसटी प्रभारी देवेंद्र देवल के नेतृत्व में 4 टीमों का गठन किया गया.
टीमों द्वारा अवैध मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए कुल 179.200 ग्राम अवैध मादक पदार्थ एमडीएमए जब्त कर 2 युवतियों सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. सूरजपोल थानाधिकारी के नेतृत्व में रात्रि गश्त के दौरान किशनपोल रोड से रजा नगर निवासी मोहम्मद अली उर्फ मोहसिन को 40 ग्राम एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया गया. आरोपी के पास से बिना नम्बर की मोटरसाइकिल भी जब्त की गई. सुखेर थानाधिकारी के नेतृत्व में गश्त के दौरान भैरवगढ जाने वाली सड़क पर एक युवक व दो युवतियां पुलिस जाप्ते को देखकर भागने लगे.
इनको घेरा डालकर रोका तथा नाम-पता पूछा तो अंबामाता स्कीम हाल केशव नगर निवासी अनीता टांक उर्फ एंजल, अहिंसा सर्कल भीमगंज निवासी हिमांशी उर्फ नन्नू सोनी और आनन्द टॉकीज के पास नाथद्वारा हाल फारूख आजम कॉलोनी निवासी सद्दाम हुसैन उर्फ कांकरोली बताया. तलाशी में सद्दाम के कब्जे से 25 ग्राम, अनीता उर्फ एंजल के कब्जे से 15 ग्राम और हिमांशी उर्फ नन्नू के कब्जे से 15 ग्राम एमडीएमए जब्त की गई. सद्दाम हुसैन अम्बामाता थाने का हिस्ट्रीशीटर है तथा उसके विरूद्ध पूर्व में भी शहर के विभिन्न थानों में 15 प्रकरण दर्ज है.
भूपालपुरा थानाधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सेवाश्रम पुलिया के पास बाइक पर रजा कॉलोनी हाल मुर्शिदनगर निवासी मोहम्मद रफीक उर्फ गप्पा को 40.650 ग्राम एमडीएमए सहित गिरफ्तार किया गया. आरोपी की बाइक भी जब्त की गई. प्रतापनगर थानाधिकारी के नेतृत्व में टीम ने आईटीआईघाटी, मजिस्ट्रेट कॉलोनी में गश्त के दौरान कालका माता रोड पहाड़ा निवासी इमरान डायर को 43.55 ग्राम एमडीएमए के साथ गिरफ्तार किया गया.
एक-दूसरे से जुड़े हैं तार
एसपी गोयल ने बताया कि आरोपियों के एक-दूसरे तार जुड़े हुए हैं.आरोपी को पकड़कर पूछताछ की तो उसने दूसरे का नाम बताया. इस प्रकार पांच आरोपियों को पकड़ा जा सका. इनमें फर्स्ट और सेकंड लाइन के आरोपी भी है. इनके तार प्रतापगढ़ और नीमच के ड्रग्स माफियाओं से भी जुड़े हैं.
पहले लत लगा रहे फिर बना रहे केरियर
जानकारी के अनुसार आरोपी युवक-युवतियों को ड्रग्स का आदी बना रहे हैं. इसके बाद उन्हें केरियर के रूप में उपयोग में लिया जा रहा है. कई बार ये लोग ऐसे युवक-युवतियों का मानसिक और शारीरिक शोषण भी करते हैं.
खतरनाक है एमडीएमए
एमडीएमए सिंथेटिक ड्रग है और यह खतरनाक है. इसका उपयोग करने वाले युवा अग्रेसिव हो जाते हैं और उनको इसकी लत भी जल्दी लगती है. नशे की पूर्ति के लिए युवा चोरी, डकैती, लूट सहित अन्य वारदात करने में भी नहीं हिचकिचाते.