Rajasthan News: इसके प्रथम चरण का उद्दघाटन सोमवार को स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने किया। स्कूल शिक्षा विभाग के इस महा मिशन के तहत शासन सचिव नवीन जैन के मार्गदर्शन में राज्य स्तर पर स्टेट रिसोर्स ग्रुप के 11 सदस्यों द्वारा एक ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाया गया है।

इस ग्रुप के सदस्यों द्वारा तीन चरणों में 450 मास्टर ट्रेनर्स को चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जायेगा। ये प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स जिलों में नवनियुक्त ग्रेड-3 के लेवल-1 के 16 हजार शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देंगे।

शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि राजस्थान के शैक्षिक परिदृश्य में गुणवत्ता लाने के लिए हमें प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं की शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत करना होगा। क्वालिटी एजुकेशन राजस्थान के हर बच्चे का अधिकार है। प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने को शिक्षक अपना लक्ष्य बनाए, इससे वे आने वाले कल में देश का भविष्य बदल सकते हैं।

शिक्षकों को इसी सोच के साथ प्रत्येक बच्चे के साथ इस प्रकार जुड़ना होगा कि वह बच्चा भविष्य में देश और समाज के लिये कुछ महान कार्य करने के योग्य बने, प्रत्येक बच्चे की क्षमताओं को इसी दिशा में आगे बढाने की आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को पढ़ाने वाले शिक्षकों को यह पता नहीं था कि उनके विद्यार्थी एक दिन देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।

नवीन जैन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मास्टर ट्रेनर्स में नवीन ऊर्जा, उत्साह व प्रेरणा का संचार करते हुए कहा कि वे आज और प्रशिक्षण के आगामी दिवसों को देश व मानवता के नाम समर्पित कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने मास्टर ट्रेनर्स से आह्वान किया कि वे राजस्थान के शैक्षणिक परिदृश्य को परिष्कृत कर उत्कृष्ट बनाने के लिये नवनियुक्त 16 हजार शिक्षकों को दक्ष बनाए। ये 16 हजार शिक्षक दृढ़संकल्पित होकर राजस्थान की कक्षाओं में नौनिहालों की जिंदगी बदलने का कार्य करेंगे। उन्होने यह भी कहा कि आप दूसरों की कमजोरियों को आदर्श मत बनाइये। अपने विजन और दिल को बड़ा करने की आवश्यकता है, ताकि नई चीजों को सीख सकें।

ये खबरें भी जरूर पढ़ें