Rajasthan News: कोटा के रामगंज मंडी के मोड़क इलाके में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा शनिवार देर रात 12 बजे ढह गया। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है।

कैसे हुआ हादसा?

रात करीब 12 बजे मजदूर सुरंग के अंदर ब्रीफिंग कर रहे थे, तभी अचानक सुरंग का एक हिस्सा ढह गया। इससे अफरा-तफरी मच गई। साथी मजदूरों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मलबे में दबे तीन मजदूरों को बाहर निकाला। सूचना मिलते ही पुलिस और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारी मौके पर पहुंचे।

मृतक की पहचान

घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए मोड़क सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जहां उत्तराखंड के रहने वाले शमशेर सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।

लापरवाही का मामला

हादसे के बाद ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि मजदूरों को बिना उचित सुरक्षा उपकरणों के काम कराया जा रहा था। इस मामले में संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया जा सकता है।

परियोजना की खास बातें

मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बन रही यह सुरंग वन्यजीवों और बाघों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए बनाई जा रही है। सुरंग के ऊपर से वन्यजीव आसानी से गुजर सकें और नीचे से वाहनों की आवाजाही हो सके, इसके लिए यह विशेष डिजाइन की गई है।

  • लंबाई: सुरंग की कुल लंबाई 4.9 किलोमीटर है, जिसमें से 3.3 किलोमीटर पहाड़ के नीचे और 1.6 किलोमीटर बाहरी सुरंग है।
  • तकनीक: इसे ऑस्ट्रेलिया की नवीनतम तकनीक से बनाया जा रहा है। सेंसर सिस्टम वाहनों की गतिविधियों पर नजर रखेगा।
  • सुरक्षा: सुरंग साउंडप्रूफ और वाटरप्रूफ होगी।
  • खर्च: परियोजना पर कुल 1200 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
  • डेडलाइन: इसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

एनएचएआई के अधीक्षण अभियंता राकेश मीना ने कहा कि सुरंग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। हादसे की जांच की जा रही है, और ठेकेदार की लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।

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