Rajasthan News: भरतपुर की सेवर सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी ने हाई सिक्योरिटी बैरक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक बलराम (उम्र 35 वर्ष) को करौली की पॉक्सो कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। कुछ दिन पहले ही वह आरबीएम अस्पताल के जेल वार्ड से फरार हुआ था, जिसे करौली पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर 20 मई को कोर्ट में पेश किया और फिर उसे सेवर जेल भेजा गया।

कैदी ने रोशनदान से बनाई फांसी की रस्सी
पुलिस के अनुसार, बलराम ने जेल की बैरक नंबर 5 में रोशनदान में साफी से फंदा बनाकर फांसी लगाई। जब घटना हुई, तब उसी बैरक में एक और कैदी मौजूद था, जो सो रहा था। सुबह करीब 4 बजे जेल प्रशासन को घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस ने शव को नीचे उतारा और आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।
पहले भी हो चुका था फरार
3 मई को बलराम को तबीयत खराब होने पर आरबीएम अस्पताल के जेल वार्ड में भर्ती कराया गया था। लेकिन 5 मई को वह वहां से फरार हो गया था। लगभग दो हफ्ते बाद, 19 मई को करौली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर भरतपुर पुलिस को सौंपा और 20 मई को कोर्ट में पेशी के बाद उसे फिर से जेल भेज दिया गया। अगले ही दिन, 21 मई को उसने आत्महत्या कर ली।
जांच में जुटी पुलिस
सेवर थाना प्रभारी धर्म सिंह के अनुसार, मामले की जांच जारी है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। जेल प्रशासन ने पूरे मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है।
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