Rajasthan News: राजस्थान में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) लगातार सक्रिय है, लेकिन रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामला चित्तौड़गढ़ जिले का है, जहां सहनवा ग्राम पंचायत के सरपंच भेरू लाल सुथार और ग्राम विकास अधिकारी (VDO) दीपक चतुर्वेदी को 70,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।

गिरफ्तारी के बाद भी सरपंच की लापरवाह मुस्कान और ठहाके ने सभी को हैरान कर दिया, जबकि VDO दीपक चतुर्वेदी घबराए हुए नजर आए।

ठेकेदार से मांगी थी 7 लाख रुपये के बिल के लिए रिश्वत

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि यह रिश्वत एक ठेकेदार से मांगी गई थी, जिसने बोजुन्दा गांव के स्कूल में दो कमरों और एक बरामदे का निर्माण किया था। ठेकेदार को 7.65 लाख रुपये की पहली किश्त का भुगतान होना था, लेकिन सरपंच और VDO ने बिना रिश्वत लिए बिल पास करने से इनकार कर दिया।

दोनों ने भुगतान प्रक्रिया में देरी करते हुए 5-5% रिश्वत तय की। भुगतान के लिए जरूरी OTP का आदान-प्रदान रिश्वत के बाद ही हुआ। ठेकेदार ने ACB को इसकी शिकायत की, जिसके बाद मामले का सत्यापन कराया गया।

गुरुवार को ACB ने किया ट्रैप

गुरुवार को एसीबी ने ट्रैप योजना के तहत सरपंच भेरू लाल सुथार को रिश्वत की रकम लेते रंगे हाथों पकड़ा। इस 70,000 रुपये में से 35,000 रुपये VDO दीपक चतुर्वेदी के थे। सरपंच को उसके कार्यालय में पकड़ा गया, जबकि VDO को पंचायत समिति के गेट पर हिरासत में लिया गया।

पूछताछ और कार्रवाई जारी

ACB की टीम ने दोनों से पूछताछ शुरू कर दी है और इनके अन्य संपर्कों और ठिकानों की जांच की जा रही है। आरोपियों को चित्तौड़गढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी के बाद सरपंच भेरू लाल सुथार को मुस्कुराते और ठहाके लगाते देखा गया, जो उनकी बेपरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर आत्मविश्वास को दर्शाता है। दूसरी ओर, VDO दीपक चतुर्वेदी घबराए हुए नजर आए, क्योंकि इस मामले में उनकी सरकारी नौकरी खतरे में पड़ सकती है।

भ्रष्टाचार पर ACB की सख्ती

ACB की यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के सख्त रुख को दर्शाती है। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं और अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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