Rajasthan News: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आईएएस अधिकारी राजेंद्र विजय के जयपुर, दौसा और कोटा स्थित ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के पुराने मामले में की गई है।
राजेंद्र विजय को हाल ही में कोटा संभागीय आयुक्त के पद पर तैनात किया गया था, और वह कोटा के सर्किट हाउस में रह रहे थे। ACB की टीम ने उनसे पूछताछ की, लेकिन फिलहाल उन्हें छोड़ दिया गया है। वहीं, दौसा स्थित उनके घर को सील कर दिया गया है, क्योंकि वहां कोई मौजूद नहीं था।
कोटा सर्किट हाउस में 6 घंटे तक पूछताछ
कोटा में ACB के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई। सर्किट हाउस के वीआईपी रूम में राजेंद्र विजय से 6 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। फिलहाल, कोटा टीम ने अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी है।
जयपुर में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
जयपुर में भी ACB की टीम ने छापा मारकर राजेंद्र विजय के ठिकानों की तलाशी ली, जिसमें करोड़ों की संपत्ति का पता चला। छापेमारी के दौरान 13 आवासीय भूखंड के दस्तावेज, 2.22 लाख रुपये नकद, 335 ग्राम सोना, 11.8 किलो चांदी और 3 चार पहिया वाहन बरामद किए गए हैं।
बैंक अकाउंट्स और लॉकर की जांच अभी बाकी
ACB की कार्रवाई अभी पूरी नहीं हुई है। अब टीम राजेंद्र विजय के 16 बैंक अकाउंट्स और बैंक लॉकर की जांच करेगी। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, उनके बैंक अकाउंट्स में लाखों रुपये जमा होने का पता चला है, और बीमा पॉलिसियों में भी निवेश किए गए हैं। बैंक लॉकरों की जांच से और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की संभावना है।
पद से हटाए गए राजेंद्र विजय
फिलहाल, राजेंद्र विजय को कोटा संभागीय आयुक्त पद से हटाकर एपीओ (Awaiting Posting Order) किया गया है। उन्होंने मात्र 10 दिन पहले ही इस पद को ग्रहण किया था। अब ACB की आगे की कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हैं।
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