Rajasthan News: जयपुर. राजस्थान के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक कुमार जांगिड़ के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

बांसवाड़ा में तैनात जांगिड़ के 19 ठिकानों पर रविवार को शुरू हुई छापेमारी में 55 बेनामी संपत्तियां, 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपये, 80 लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के गहने, और 2 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। सोमवार को उनके बैंक लॉकरों से 500 ग्राम सोना (लगभग 45 लाख रुपये कीमत) और अन्य दस्तावेज मिले। ACB के अनुसार, जांगिड़ ने अपनी वैध आय से 161% अधिक, यानी लगभग 11.50 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है।
जयपुर से पावटा तक फैला संपत्ति का जाल
ACB की छापेमारी जयपुर, पावटा (कोटपूतली), उदयपुर, अजमेर, मालपुरा (टोंक), मौजमाबाद, श्रीमाधोपुर, और जैसलमेर के श्री मोहनगढ़ में की गई। जांगिड़ के नाम 19, उनकी पत्नी सुनीता शर्मा के नाम 3, और बेटे निखिल जांगिड़ के नाम 32 संपत्तियां दर्ज हैं। कुल 54 अचल संपत्तियों में जयपुर के बनीपार्क और बिंदायका में करोड़ों रुपये की व्यावसायिक संपत्तियां, पावटा में 4 बीघा और 40 बीघा के दो फार्म हाउस, और तीन मंजिला शॉपिंग मॉल शामिल हैं। इसके अलावा, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा, और बूचरा (पावटा) में बेटे के नाम पर 5 माइनिंग लीज, क्रेशर, पॉलिशिंग मशीनें, और भारी खनन मशीनरी भी बरामद हुईं।
निजी स्कूलों से लेकर फार्मा कंपनियों में निवेश
जांच में पता चला कि जांगिड़ ने निजी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, कोचिंग सेंटर, फार्मा कंपनियों, और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों में भारी निवेश किया है। उनके परिवार के 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपये जमा हैं, और बच्चों की स्कूली शिक्षा, कोचिंग, और उच्च शिक्षा पर 30 लाख रुपये खर्च किए गए। ACB को कई ऐसी संपत्तियों के दस्तावेज मिले, जिनका जांगिड़ की घोषित आय से कोई संबंध नहीं है।
बैंक लॉकरों से मिला सोना और दस्तावेज
सोमवार को ACB ने जयपुर के वैशाली नगर में ओवरसीज बैंक और HDFC बैंक के दो लॉकर खोले। ओवरसीज बैंक का लॉकर जांगिड़ के नाम पर 8 साल पहले और HDFC का लॉकर उनके बेटे के नाम पर पिछले साल खुलवाया गया था। लॉकरों से 500 ग्राम सोने के गहने और अन्य दस्तावेज बरामद हुए, जिनकी जांच जारी है। रविवार की छापेमारी में 35 लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के गहने और 2 लाख रुपये नकद पहले ही जब्त किए गए थे।
ACB की जांच और बेनामी संपत्तियों पर नजर
एडिशनल एसपी परमेश्वरलाल के नेतृत्व में चल रही जांच में ACB ने पाया कि जांगिड़ ने संपत्ति के स्रोत का कोई वैध हिसाब नहीं दिया है। 22 बैंक खातों में हुए लेन-देन की जानकारी बैंकों से मांगी गई है। ACB को संदेह है कि कई संपत्तियां बेनामी हैं, और इनके वास्तविक स्वामित्व की जांच की जा रही है। माइनिंग कारोबार और अन्य निवेशों के कागजात भी खंगाले जा रहे हैं।
“धनकुबेर इंजीनियर” पर सख्ती
ACB के डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि जांगिड़ के खिलाफ यह कार्रवाई “ऑपरेशन बेखौफ” के तहत शुरू की गई, जब खुफिया जानकारी मिली कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से अकूत संपत्ति अर्जित की है। सोशल मीडिया पर भी इस मामले की चर्चा है, जहां लोग जांगिड़ को “मरुधरा का धनकुबेर” बता रहे हैं। कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया है कि उनकी पोस्टिंग ठेकेदारों की सिफारिश पर हुई थी।
पढ़ें ये खबरें
- फिर आदिवासियों ने पेश की देसी तकनीक की मिशाल : अब पेयजल संकट से निपटने बनाया बांस-बल्लियों का पानी टावर, क्या प्रशासन अब समझेगा अपनी जिम्मेदारी?
- दिल्ली की बदनाम गलियों में हुआ इश्क, प्रेमिका के पीछे-पीछे ग्वालियर पहुंचा आशिक, हो गई मौत, अब शव की सुपुर्दगी की उलझी गुत्थी
- ‘बेटी बचाओ’ सिर्फ ‘ढकोसला’! UP में बच्ची, महिला और युवतियों पर ‘बेलगाम अत्याचार’, सुरक्षा के दावे झूठे, 5 साल की मासूम से रेप, जुल्म पर कब लगेगा लगाम?
- स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों की जर्जर हालत पर हाईकोर्ट सख्त, शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक से मांगा शपथपत्र
- एमपी के विकास कार्य की होगी समीक्षा: 10 सीनियर IAS को दी जिम्मेदारी, संभाग में जाकर तैयार करेंगे रिपोर्ट