Rajasthan News: राजस्थान में एसडीएम थप्पड़कांड मामले में जेल में बंद नरेश मीणा को लेकर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बड़ा ऐलान किया है। मंगलवार को गुढ़ा टोंक जेल पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर उन्हें मुलाकात की अनुमति नहीं दी। इससे नाराज गुढ़ा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार नरेश मीणा के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार कर रही है।

गुढ़ा ने किया पैदल मार्च का ऐलान

गुढ़ा ने नरेश मीणा की रिहाई के लिए महापंचायत का समर्थन करते हुए घोषणा की कि उनियारा से जयपुर विधानसभा तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने कहा, सरकार लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाने वालों का दमन कर रही है। नरेश मीणा को महीनों से जेल में रखा गया है, जबकि वह जनता की आवाज उठा रहे थे।

गुढ़ा ने जेल प्रशासन के रवैये की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि मेरी पहले से मुलाकात की बात तय थी, लेकिन जब मैं 300 किमी दूर से आया तो मिलने नहीं दिया गया। सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है।

फोन टैपिंग के आरोपों पर गुढ़ा की प्रतिक्रिया

राजनीति में इन दिनों फोन टैपिंग को लेकर हलचल मची हुई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को कारण बताओ नोटिस भेजा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गुढ़ा ने कहा, किरोड़ी लाल मीणा के संघर्ष के कारण ही आज भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री हैं। उनके खिलाफ नोटिस भेजना गलत है।

क्या है एसडीएम थप्पड़कांड मामला?

पिछले साल 13 नवंबर को देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान समरावता गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा गांव पहुंचे और वोट डालने का दबाव डालने का आरोप लगाते हुए मालपुरा एसडीएम और एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब इस मामले को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और राजेंद्र गुढ़ा जैसे नेता सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।

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