Rajasthan News: झुंझुनूं. राजस्थान के झुंझुनूं जिले के भोड़की गांव में एक शर्मनाक घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। यहां दहेज में फॉर्च्यूनर गाड़ी न मिलने से नाराज दूल्हा नीतीश शादी के मंडप से आधी बारात लेकर फरार हो गया। इस घटना ने दहेज की कुरीति और सामाजिक मूल्यों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पाटन निवासी रमेश कुमार के बेटे नीतीश का रिश्ता तीन महीने पहले भोड़की गांव की निधि से तय हुआ था। निधि एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं, जबकि नीतीश एक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता है।

उसके पिता विदेश में मजदूरी करते हैं। सगाई के बाद सभी रस्में और परंपरागत लेन-देन पूरा हो चुका था। 7 जून को नीतीश की बारात धूमधाम से भोड़की पहुंची। लड़की पक्ष ने बारात का भव्य स्वागत किया, और जयमाला की रस्म भी हंसी-खुशी संपन्न हुई।

फॉर्च्यूनर की मांग ने बिगाड़ा माहौल

लेकिन इसके बाद नीतीश ने अचानक दहेज में फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग रख दी। निधि के पिता ने रोते हुए बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वे इतनी महंगी गाड़ी दे सकें। उन्होंने नीतीश को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा और कमरे में जाकर बैठ गया। दोनों पक्षों के बीच गाड़ी को लेकर बहस शुरू हुई, जो जल्द ही विवाद में बदल गई। मामला इतना बढ़ा कि मारपीट तक की नौबत आ गई।

दूल्हा बारात छोड़कर फरार

रिश्तेदारों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन नीतीश ने गाड़ी न मिलने की नाराजगी में आधी बारात लेकर मौके से भागने का फैसला किया। वह आधी बारात के साथ फरार हो गया, जबकि बाकी बाराती लड़की के घर पर ही रह गए। इस अपमानजनक घटना से निधि का परिवार और पूरा गांव सदमे में है।

ग्रामीणों में गुस्सा, कार्रवाई की मांग

इस घटना ने गांव में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। ग्रामीणों ने नीतीश और उसके परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि दहेज की लालच में शादी तोड़ने वाले ऐसे लोगों पर दहेज निषेध अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि समाज में सही संदेश जाए। ग्रामीणों ने इसे सामाजिक कलंक करार देते हुए दोषियों को सबक सिखाने की मांग की है।

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