Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस शासनकाल में नियुक्त किए गए 134 शारीरिक शिक्षक (PTI) समेत कुल 139 सरकारी कर्मचारियों को सेवा से हटा दिया गया है। इस कार्रवाई में फर्जीवाड़े में सहयोग करने वाले पांच अन्य सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया गया है।

सरकार की सख्ती, आगे भी जारी रहेगी जांच

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा कि सरकार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती हुए किसी भी कर्मचारी को बख्शने वाली नहीं है। चाहे संख्या एक हो या 10,000, जो भी फर्जी तरीके से सरकारी नौकरी में आए हैं, उन पर कार्रवाई होगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।

मंत्री ने कहा कि गहलोत सरकार के दौरान कई भर्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई थीं। सरकार को मिली शिकायतों के आधार पर एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) द्वारा जांच की गई, जिसमें शारीरिक शिक्षक भर्ती मामले में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।

243 में से 134 शिक्षकों की फर्जी भर्ती साबित

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि गहलोत सरकार के दौरान 243 शारीरिक शिक्षकों की भर्ती में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। इनमें से 134 शिक्षकों के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है और आरोप सही पाए गए, जिसके बाद इन्हें बर्खास्त कर दिया गया। इसके अलावा 19 अभ्यर्थियों ने जांच के डर से ज्वाइन नहीं किया। वहीं 10 अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई है।

फर्जीवाड़े में संलिप्त सरकारी कर्मचारी भी निशाने पर

मंत्री ने बताया कि सिर्फ फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वालों पर ही नहीं, बल्कि इसमें संलिप्त सरकारी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। अभी तक पांच सरकारी कर्मचारियों को इस फर्जीवाड़े में शामिल मानते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

दिलावर ने स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार सहन नहीं करेगी और जांच पूरी होने के बाद अन्य दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप

मदन दिलावर ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने नौकरियों को रेवड़ियों की तरह बांटा था। उन्होंने कहा कि हम एक-एक करके इन फर्जीवाड़ों को उजागर करेंगे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्ट तरीकों से नौकरी पाने वालों को भविष्य में किसी भी सरकारी सेवा में मौका नहीं मिलेगा, और उनके खिलाफ सख्त अनुशंसा की जाएगी।

स्कूल बंद नहीं, मर्ज किए गए हैं

पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा स्कूलों को बंद करने के लगाए गए आरोपों पर दिलावर ने कहा कि स्कूल बंद नहीं किए गए, बल्कि उन्हें मर्ज किया गया है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि डोटासरा को शर्म आनी चाहिए कि उनकी सरकार अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षक तक नियुक्त नहीं कर पाई।

आने वाले दो साल में सभी पदों पर भर्ती होगी

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्कूलों में रिक्त पदों को भरने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अगले दो वर्षों में सभी खाली पदों पर भर्ती की जाएगी और किसी भी पद को खाली नहीं छोड़ा जाएगा।

पढ़ें ये खबरें